नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Election 2021) के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार में हिंसा के बाद चुनाव आयोग (EC) ने बड़ा फैसला लिया है. EC ने फैसला लिया है कि अब कोई भी नेता 72 घंटों के दरमियान कूचबिहार नहीं जा सकेगा. चुनाव आयोग के इस फैसले से सबसे बड़ा फर्क ममता बनर्जी को पहुंचा है. क्योंकि ममता बनर्जी रविवार को हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने वाली थीं. 


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चुनाव आयोग के इस फैसले टीएमसी के नेताओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है. टीएमसी के एक नेता ने कहा है कि चुनाव आयोग अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ममता बनर्जी को हिंसा प्रभावित इलाके में नहीं जाने दे रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और उनका वहां जाना जिम्मेदारी है. 


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बता दें कि कूचबिहार में शनिवार को चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सीआईएसएफ कथित तौर पर गोलियां चलाईं. लोगों पर आरोप है कि उन्होंने जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की थी. जिसके बाद हालात बिगड़ते चले गए और 4 लोगों की मौत हो गई. हालात बिगड़ने के बाद चुनाव आयोग ने कूचबिहार के सीतालकुची के बूथ नंबर 125 की वोटिंग रद्द की.


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