Indian currency picture change: भारतीय करंसी को लेकर एक बड़ी खबर सामने रही है. आने वाले वक्त में भारत की करंसी पर एपीजे अब्दुल कलाम और रवींद्रनाथ टैगोर की तस्वीर देखने को मिल सकती है. आपको बता दें अभी तक भारतीय नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर देखने को मिलती थी. लेकिन अब लोगों को नोटों पर महात्मा गांधी के साथ एपीजे अब्दुल कलाम और रवींद्रनाथ टैगोर की तस्वीर देखने को मिल सकती है. 


क्यों लिया जा रहा है यह फैसला


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द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक नोटों की एक सीरीज पर वाटरमार्क बदलने का प्लान बना रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस प्रोसेस के लिए आरबीआई और सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मीटिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया ने आईआईटी-दिल्ली के एमेरिटस प्रोफेसर दिलीप टी शाहनी को अब्दुल कलाम और रवींद्रनाथ टैगोर के वाटरमार्क के कुछ सैंपल्स भेजे हैं. प्रोफेसर को इन में से दो सेटों को चुन्ना होगा और सराकर के ज़रिए आखिरी सोच विचार के लिए भेजना होगा. आपको बता दें प्रोफेसर शाहनी को पद्मश्री से सम्मानित भी किया जा चुका. वह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंस्ट्रुमेंटेशन में एक्सपर्ट हैं.


एपीजे अब्दुल कलाम को सभी भारतीय अपना प्रेरक मानते हैं. लोग उनकी जीवनी और उनके कामों से प्रेरणा लेकर उनकी तरह बनना चाहते हैं. आपको बता दें एपीजे अब्दुल कलाम काफी सादगी पसंद शख्स थे. उन्हें इस दुनिया की चका चौंध ज्यादा पसंद नहीं आती थी. वहीं अगर बात करें रवींद्रनाथ टेगैर की तो पूरे भारत में उनका एक अलग दर्जा है. बंगाल के घरों में उनकी तस्वीरें तक देखने को मिल जाती हैं. रवींद्रनाथ टैगोर ऐसे पहले भारतीय व्यक्ति हैं जिन्हें साहित्य के लिए नोवेल मिल चुका है. टैगोर को राष्ट्रवादी कवि और चिंतक के तौर पर जाना जाता है.


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