Nupur Sharma Statement: नुपूर शर्मा को लेकर चल रहा विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हालही में एएमआईएम सांसद इम्तियाज़ जलील का नुपूर शर्मा को फांसी देने वाला बयान काफी सुर्खियों में रहा था. अब इस मामल में पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है, और उन्होंने सफाई पेश की है.


असदुद्दीन ओवैसी ने कही ये बात


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इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ओवैसी ने कहा है कि नुपूर शर्मा को कानून के हिसाब से सजा मिलनी चाहिए. एएमआईएम चीफ ने बीजेपी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने समय पर कार्रवाई नहीं की, इसलिए इतना बड़ा विवाद पैदा हो गया. उन्होंने कहा है कि नुपूर शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है. क़ानून के मुताबिक उन्हें गिरफ़्तार किया जाना चाहिए. "आप उसे गिरफ़्तार क्यों नहीं करते और उसके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई क्यों नहीं करते? आपको कौन रोक रहा है."


ओवैसी कहते हैं देश का क़ानून सबसे ऊपर है, कानून के तहत सरकार को एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने कहा- "लोकतंत्र में हिंसा नहीं होनी चाहिए. यह सरकार की ज़िम्मेदारी है कि हिंसा न होने दे."


इम्तियाज जलील ने क्या दिया था बयान


जुमा के रोज औरंगाबाद में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान जलील ने कहा था कि अगर नुपूर शर्मा को फांसी देनी है तो औरंगाबाद के इसी चौराहे पर फांसी दी जानी चाहिए. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए इम्तियाज ने कहा था कि हम मांग करते हैं कि नुपूर शर्मा को फांसी देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इसी तरह जाने दिया गया तो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का सिलसिला आगे भी चलता रहेगा


जलील कहते हैं अगर कोई इंसान किसी ज़ात, मजहब, मजहबी रहनुमा या पैगम्बर के खिलाफ ऐसी टिप्पणी कर रहा है तो ऐसा कानून होना चाहिए जिसके तहत उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो. सिर्फ़ पार्टी से हटाना ही काफी नहीं है.


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