One Nation One Election: सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, एक साथ राष्ट्रीय और विधानसभा चुनावों के मुद्दे की स्टडी करने के लिए गठित राम नाथ कोविंद की अगुवाई वाली हाई लेवल कमेटी अपने गठन के पांच महीने बाद, बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए तैयार है. एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक समिति के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बोलते हुए पुष्टि की कि पैनल 2029 में एक साथ चुनाव कराने का सुझाव देगा और इससे संबंधित "प्रक्रियात्मक और तार्किक" मुद्दों पर चर्चा करेगा.


पब्लिक डोमेन में हो जनकारी


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समिति के एक दूसरे सदस्य ने भी नाम न छापने की गुजारिश करते हुए कहा कि रिपोर्ट "जो व्यापक हितधारक परामर्श हुए हैं, उन्हें दृढ़ता से प्रतिबिंबित करेगी". समिति का मानना है कि उसकी सभी सिफारिशें सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध होनी चाहिए. लेकिन, उन्हें स्वीकार करना या अस्वीकार करना सरकार पर निर्भर है.


इस व्यक्ति ने यह भी कहा कि रिपोर्ट में एक साथ चुनावों की आर्थिक व्यवहार्यता पर 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्राची मिश्रा का एक पेपर भी शामिल है. रिपोर्ट एक साथ चुनाव कराने के लिए आवश्यक वित्तीय और प्रशासनिक संसाधनों का भी ब्यौरा देगी. 


सितंबर में हुआ था समिति का गठन


बता दें, समिति का गठन पिछले साल सितंबर में किया गया था और इसके अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति कोविंद हैं. समिति राजनीतिक दलों, संवैधानिक विशेषज्ञों, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों और चुनाव आयोग और अन्य संबंधित हितधारकों के साथ उनके विचार जानने और मामले पर इंसाइट इकट्ठा करने के लिए सलाह कर रही है.


क्या है कमेटी का काम


इस कमेटी का काम शासन, प्रशासन, राजनीतिक स्थिरता, लागत और मतदाता भागीदारी पर समकालिक चुनावों के संभावित प्रभाव की जांच करना शामिल है. इसे सिफारिशें तैयार करने और विचार के फायदे और नुकसान को रेखांकित करते हुए एक व्यापक रिपोर्ट पेश करने का भी काम सौंपा गया है.