Pashupati Paras Resign: देश में लोकसभा इलेक्शन को लेकर सियासत तेज हो गई है. इस बीच बिहार में आम चुनाव को लेकर NDA गठबंधन के सीट बंटवारे में एक भी नहीं मिलने से नाराज केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमरा पारस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस बीच उन्होंने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भी बड़े नेता है.  


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मेरे साथ हुई नाइंसाफी
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री पारस ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी आज भी एक बड़े लीडर हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से मेरे साथ नाइंसाफी हुई. इसके लिए मैं भारत सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं.'' हालांकि, पशुपति कुमार पारस आगे क्या कदम उठाएंगे, ये अभी तक तय नहीं हुआ है. 


डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अब से कुछ देर पहले कहा, " पूर्व मंत्री और मौजूदा लोकसभा सांसद पशुपति कुमार पारस को इंतज़ार करना चाहिए."  इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि NDA गठबंधन उनका सम्मान बरकरार रखेगी. 


उत्तराधिकारी होता है बेटा न की भाई
वहीं, राजद के लीडर शिवानंद तिवारी ने कहा, "पारस को गलतफहमी थी कि वे रामविलास पासवान के उत्तराधिकारी हैं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि उत्तराधिकारी बेटा होता है, भाई नहीं होता है." हालांकि राजद नेता ने पूर्व मंत्री पारस के राजद में शामिल किए जाने की उम्मीद पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.


क्या है पूरा मामला
दरअसल, 18 मार्च को बिहार की सभी सीटों का पार्टी के लिहाज से बंटवारा कर दिया गया था. बिहार में लोकसभा की 40 सीट हैं. सीट बंटवारे के बाद भाजपा को 17 सीट, जदयू को 16 सीट, 5 सीट चिराग पासवान वाली लोजपा को और एक एक सीट उपेंद्र कुशवाहा और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी को दिया गया है.