इंसानियत की मौत: दिल्ली में 3 दिन की मासूम को नाले में फेंका, 12 घंटे तक तड़पती रही बच्ची
ठंड के मौसम की वजह से 12 घंटे तक बच्ची नाले में तड़तप तड़पकर जम गई.
इंश्योरेंस एजेंट अनु ने बताया कि पिछले सोमवार को जब वह दफ्तर जा रही थीं तो उन्होंने इस बच्ची को देखा. जिसके बाद उन्होंने उसे अस्पताल में दाखिल कराया. जहां एक हफ्ते के इलाज के बाद अब बच्ची का हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
अनु के मुताबिक वो करीब 9.50 बजे वो अपने स्कूटर से दफ्तर जा रही थीं तभी उन्हें सफाई करने वालों ने बच्ची के बारे में बताया. बच्ची को जब बाहर निकाला गया, बच्ची को देखा तो ज़िंदा थी लेकिन ठंड की वजह से पूरी तरह जम गई थी.
जिसके फौरन बाद उस बच्ची को अस्पताल में दाखिल कराया गया. जल्द अस्पताल पहुंचने के लिए मैंने रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाई ताकि अस्पताल का सफर जल्दी तय हो सके. सीधी साइड से अस्पताल जाने में करीब 15 मिनट लगते लेकिन रॉन्ग साइड से जाने की वजह से मैं सिर्फ 7 मिनिट में अस्पताल पहुंच गई.
अस्पताल पहुंचकर अनु डॉक्टरों को पूरी बात बताई. जिसके बाद डॉक्टरों ने फौरी तौर पर बच्ची का ईलाज शुरू कर दिया.
अनु ने बताया कि बच्ची को अस्पताल दाखिल कराने के बाद मैं एक हफ्ते तक अस्पताल नहीं जा पाई. क्योंकि उसे 24 घंटे देखभाल की ज़रूरत थी. इसमें अनु के परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया.
इलाज के दौरान अनु का परिवार बच्ची के काफी करीब आ गया और अब उनकी बहन बच्ची को गोद लेना चाहती हैं.