Photo Gallery: दुख की इस घड़ी में तुर्की के साथ खड़ा है भारत; बच्चे तक मांग रहे तुर्की के लिए दुआ
नई दिल्लीः तुर्की में सोमवार को आए भीषण भूकंप में लगभग 5 हजार लोगों की मौत हो गई है और 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. संकट के इस समय में भारत तुर्की के साथ खड़ा है. सरकार राहत सामग्री और एनडीआरएफ की दो टीम तुर्की रवाना कर चुकी हैं और भेजने की तैयारी है.
एनडीआरएफ के दल इससे पहले 2011 में जापान तिहरी आपदा (भूकंप, सूनामी और परमाणु हादसे) और 2015 में नेपाल भूकंप के बाद भी मदद मुहैया करा चुके हैं.
जम्मूः जम्मू में मंगलवार सीरिया और तुर्की में भूकंप के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करते स्कूली छात्र.
एनडीआरएफ की खोज और बचाव टीमों और विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड सहित भारत की भूकंप राहत सहायता का पहला बैच मंगलवार, तुर्की के अदाना तुर्की पहुंच गया है.
ये दल मलबे में फंसे लोगों को बचाने में मदद करेंगे और स्थानीय अधिकारियों को हर संभव सहायता मुहैया कराएंगे. अधिकारी के मुताबिक, दल में महिला कर्मी भी शामिल हैं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल भीषण भूकंप से प्रभावित तुर्किये की राहत एवं बचाव कार्यों में मदद करने के लिए मंगलवार को रवाना हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि संघीय आपदा बल के साथ दो खोजी श्वान, चार पहिया वाहन और संचार प्रणाली भी भेजी गई है.
दिल्ली के पास स्थित गाजियाबाद और कोलकाता से दो दलों के कुल 101 कर्मियों को उपकरणों के साथ भारतीय वायु सेना के जी-17 विमान में तुर्किये के लिए रवाना किया गया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भूकंप प्रभावित देश की हर संभव मदद करने का निर्देश देने के बाद सरकार ने राहत सामग्री के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और चिकित्सा दलों को तुर्किये भेजना का फैसला किया.
भारतीय सेना ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, कार्डियक मॉनिटर और संबंधित उपकरणों से लैस 89 सदस्यीय चिकित्सा विशेषज्ञ टीम रवाना कर दिया है.