कत्ल के 11 दिन बाद पुलिस को मिली दिव्या पाहुजा की बॉडी; ऐसे हुई थी हत्या की प्लानिंग
Divya Pahuja Dead Body: दिव्या जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुज्जर के माध्यम से अभिजीत के संपर्क में आई, जिसे 2016 में मुंबई में हुई गुरुग्राम पुलिस के साथ गैंगस्टर संदीप गाडोली की कथित `फर्जी मुठभेड़` में मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है.
Divya Pahuja Dead Body: पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा, जिनकी इस महीने की शुरुआत में गुरुग्राम के एक होटल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कत्ल के 11 दिन बाद हरियाणा के फतेहाबाद जिले में एक नहर से बॉडी को बरामद किया गया, पुलिस ने आज यानी 13 जनवरी को यह जानकारी दी. सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) वरुण दहिया ने कहा, "टोहाना में भाखड़ा नहर से क्षत-विक्षत अवस्था में बॉडी बरामद किया गया है."
2 जनवरी को गुरुग्राम बस स्टैंड के पास में मौजूद सिटी प्वाइंट होटल के कमरा नंबर 111 में दिव्या की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस के मुताबिक, दिव्या और सिटी प्वाइंट होटल के मालिक अभिजीत सिंह एक रिश्ते में थे और दिव्या ने अपने मोबाइल फोन से उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें हटाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद गुस्से में आकर दिव्या का कत्ल कर दिया.
पुलिस ने अब तक अभिजीत, उसके सहयोगी ओम प्रकाश, हेमराज, बलराज और एक महिला मेघा को गिरफ्तार किया है. वहीं रवि बंगा अभी भी फरार है. महिला ने हत्या के बाद हथियार, दस्तावेजों और पीड़ित के दूसरे निजी सामानों को फेंकने में अभिजीत की मदद की थी. ओम प्रकाश और हेमराज ने अभिजीत को दिव्या के बॉडी को बीएमडब्ल्यू कार के बूट में खींचने में मदद की थी. इसके बाद में बलराज और रवि शव लेकर भाग गए.
मेघा ने पुलिस को बताया कि जब वह 2 जनवरी को होटल पहुंची तो उसने दिव्या का बॉडी देखा. सूत्रों ने बताया कि इसके बाद अभिजीत ने उससे मृत महिला के सामान को ठिकाने लगाने के लिए कहा, लेकिन वह उसके निर्देशों का पालन करने से बहुत डर रही थी. पुलिस ने वह बीएमडब्ल्यू कार बरामद कर ली है जिसका इस्तेमाल शव को पटियाला ले जाने में किया गया था. पूछताछ के दौरान अभिजीत ने पुलिस को बताया कि दिव्या उसे ब्लैकमेल करती थी और पैसे भी वसूलती थी.
दिव्या इस केस में थी मुख्य मुल्जिम
दिव्या जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुज्जर के माध्यम से अभिजीत के संपर्क में आई, जिसे 2016 में मुंबई में हुई गुरुग्राम पुलिस के साथ गैंगस्टर संदीप गाडोली की कथित "फर्जी मुठभेड़" में मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है. दिव्या इस मामले में मुख्य मुल्जिम थी. बाद में, उसे गैंगस्टर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया और उसने सात साल जेल में बिताए. उन्हें पिछले साल जून में बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी.