Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र में राजीतिक उथल-पुथल देखने को मिल रहा है. एक तरफ महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस लोकसभा में बीजेपी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी नेतृत्व के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. वहीं, दूसरी तरफ अजित पवार के गुट में खलबली मची हुई है. 


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क्या है पूरा मामला
दरअसल, अजित पवार ने अपने विधायकों की आज यानी 6 जून को बैठक बुलाई थी. यह बैठक मुंबई के ट्राइडेंट होलट में हुई. इस बीच खबर आ रही है कि इस बैठक में अजित पवारे गुट के पांच विधायक होटल में नहीं पहुंचे हैं. वहीं, लोकसभा नतीजे आने के बाद जराए ने दावा किया था कि डिप्टी सीएम अजित पवार गुट के 15 विधायक शरद पवार के संपर्क में हैं. इस खबर से पूरे महाराष्ट्र की सियासी पारा हाई हो गया है. 


महाराष्ट्र में सियासी संकट
इसके अलावा जराए ने दावा किया है कि अजित पवार गुट के विधायक सीनियर नेता और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के चीफ शरद पवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. आने वाले दिनों में अजित गुट के कई विधायक शरद पवार के पार्टी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इससे शिंदे सरकार पर कोई संकट नहीं है. लेकिन आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में सियासी हलचल देखने को मिल सकता है. क्योंकि अगले कुछ महीनों राज्य में विधानसभा इलेक्शन होने हैं. 


बीजेपी को मिली है करारी हार
राज्य में लोकसभा इलेक्शन में बड़ी उलटफेर नजर आई है. सूबे में बीजेपी को सबसे बड़ा झटका लगा है. यहां बीजेपी गठबंधन 17 सीटों पर सिमट गई है. वहीं, इंडिया गठबंधन 30 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया है. पिछेल इलेक्शन से अच्छा परफॉरमेंस रहा है. पिछेल इलेक्शन में बीजेपी गठबंधन ने 48 लोकसभा सीट में से 42 सीट जीतने में कामयाब हुई थी. लेकिन इस बार बीजेपी ने सिर्फ 9 सीट जीतने में कामयाब हुई है. जबिक एकनाथ शिंदे की शिवसेना 7 सीट और एनसीपी 1 सीट जीती है. वहीं, कांग्रेस ने बाजी मारी है. राज्य में सबसे ज्यादा 13 सीटों पर कब्जा किया है. जबिक एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की पार्टी 8 सीट और शिवसेना (यूबीटी) 9 सीट जीतने में कामयाब हुई है.