Paryagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक मदरसे में चल रहा नकली नोट बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मदरसे के प्रिंसिपल समेत चार लोगों को अरेस्ट किया है और जाली नोट के साथ ही नकली नोट बनाने के कई सामान भी बरामद किए हैं.


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यह सनसनीखेज मामला प्रयागराज के मदरसा जामिया हबीबिया से का है. दरअसल, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जिला हेडक्वार्टर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर एक मदरसे में जाली नोट बनाने का अवैध धंधा चल रहा है. इसके बाद नगर डीसीपी दीपक भूकर की नेतृत्व में पुलिस की टीम ने मदरसे में छापेमारी की, जहां  पुलिस ने मदरसे के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरूल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 1300 नकली नोट के साथ ही जाली नोट बनाने के सामान भी बरामद किए हैं.


 मौलाना इस गोरख धंधे में बराबर के थे हिस्सेदार
पुलिस के मुताबिक मदरसा जामिया हबीबिया के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरूल ने ओडिशा के रहने वाले जाहिर ख़ान को किराए पर मदरसे में कमरा दिया था, जो मदरसे के कमरे में  नकली नोट छापता था. पुलिस के मुताबिक, नकली नोट बनाए जाने की जानकारी प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरूल को भी थी, वह इसमें बराबर के हिस्सेदार थे.


15 हजार के बदले मिलते थे 45 हजार
डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि पिछले तीन महीने से मदरसे के अंदर नकली नोट बनाने का खेल चल रहा था. मार्केट में नकली नोट को सप्लाई करने के लिए प्रयागराज के करैली के रहने वाले मोहम्मद अफजल और मोहम्मद शाहिद को लगाया गया था. इन दोनों को 15 हजार असली नोट के एवज में 45 हजार के नकली नोट दिए जाते थे.


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पुलिस ने ये सामान किए जब्त
उन्होंने बताया कि इन लोगों ने लाखों के नकली नोट मार्केट में खपा दिए हैं. गिरफ्तार जाहिर ख़ान की निशानदेही पर 1300 नकली 100 रूपये के नोट बरामद हुए हैं. साथ ही नकली नोट बनाने में इस्तेमाल स्कैनर, प्रिंटर और कागज़ के अलावा अन्य उपकरण बरामद हुए हैं.


पुलिस ने कहा कि मदरसे के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरूल और नकली नोट बनाने के सरगना जाहिर ख़ान से जुड़े लोगों की गहनता से जांच की जा रही है.  जो लोग भी इस गोरख धंधे में संलिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.