Priyanka Gandhi on Yogi Comment: प्रियंका गांधी के फिलिस्तीन वाले बैग को लेकर कंट्रोवर्सी बनी हुई है. पहले वह फिलिस्तीन वाला बैग लेकर पार्लियामेंट पहुंची थीं. इसके बाद वह बांग्लादेश वाला बैग लेकर संसद पहुंची. उनके इस बैग को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कमेंट किया, जिसपर अब प्रियंका का बयान आया है.


प्रियंका गांधी ने क्या कहा?


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प्रियंका गांधी ने कहा कि वॉर ज़ोन में फेंक देना कोई अचीवमेंट नहीं है, लेकिन एक शर्म की बात है.  दरअसल बीते रोज योगी अदित्यनाथ ने कहा था कि कल एक कांग्रेस नेता को फिलिस्तीन का थैला लेकर संसद में घूमते देखा गया, जबकि हम अपने युवाओं को अवसरों की तलाश में इजराइल भेज रहे हैं.


योगी अदित्यनाथ ने क्या कहा?


योगी आदित्यनाथ ने कहा,"अब तक उत्तर प्रदेश से 5,600 से अधिक युवा निर्माण कार्य के लिए इजरायल जा चुके हैं. वहां हर युवा को 1.5 लाख रुपये मासिक वेतन के अलावा मुफ्त भोजन और आवास मिलता है. सुरक्षा की भी पूरी गारंटी है."


योगी नहीं समझे परिवारों का दर्द


आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के बजाय युद्धग्रस्त इजरायल भेज दिया, वे इसे अपनी उपलब्धि बता रहे हैं. उन्होंने कहा,"वे न तो राज्य में बेरोजगारी की स्थिति से अवगत हैं और न ही वे उन युवाओं और उनके परिवारों का दर्द समझते हैं."


युवाओं को बंकरों में छिपना पड़ रहा है


उन्होंने हिंदी में एक पोस्ट में कहा कि खबरों के अनुसार, इजराइल में काम करने गए युवा बंकरों में छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं और कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं. प्रियंका गांधी ने कहा,"उनके परिवार हमेशा डरे रहते हैं. हमारे होनहार युवा रोजगार के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं, क्योंकि आप रोजगार दे नहीं सकते."


अपने संबोधन में आदित्यनाथ ने कहा, "हाल ही में इजरायल के राजदूत ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया और कहा कि वे राज्य से और अधिक युवा चाहते हैं, क्योंकि वे वहां अच्छा काम कर रहे हैं. दुनिया अब हमारे युवाओं के कौशल को स्वीकार कर रही है. जब ये युवा घर पैसा भेजते हैं, तो वे राज्य के विकास में योगदान देते हैं. हमें उन्हें बधाई देनी चाहिए."


मंगवार को यह बैग लेकर पहुंची प्रियंका


मंगलवार को कांग्रेस की वायनाड सांसद प्रियंका गांधी को संसद में एक क्रीम रंग का हैंडबैग ले जाते हुए देखा गया, जिस पर लिखा था "बांग्लादेश के हिंदू और ईसाइयों के साथ खड़े हों". इसके साथ ही कई कांग्रेस एमपी ने संसद के बाहर प्रोटेस्ट भी किया था