बरेली: शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश भर में हुई हिंसा को लेकर अब दरगाह आला हजरत (Dargah ala Hazrat) के प्रवक्ता मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने भी बयान जारी किया है और लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने कहा कि हाथों में पत्थर लेकर सड़कों पर उतरना खतरनाक है और इसे किसी भी तरह से ठीक नहीं कहा जा सकता है. 


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मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद ने शांति और अमन का पैगाम दिया है. इसलिए चाहिए कि कानून को अपने हाथों में लेने की कोशिश हरग़िज नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने पैगंबर मुहम्मद की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लेकिन पैगंबर की तौहीन के नाम पर सड़कों पर बवाल करना गलत है. इस्लाम इसकी इजाज़त नहीं देता है.


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गौरतलब है कि पिछले रोज जुमे की नमाज के बाद यूपी समेत देश के कई हिस्सों में लोग पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान को लेकर विरोध-प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए थे, जिसकी वजह से ज्यादा तर जगहों पर हिंसा भी हुई.


यूपी के प्रयागराज, मुरादाबाद, देवबंद समेत कई शहरों से हिंसा की खबर आई थी. सबसे ज्यादा हिंसा प्रयागराज में भड़की थी. प्रयागराज फैलाने के आरोप में अब तक 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 नामालूम लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है. वहीं पुलिस ने मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों को भड़काने वाली सामग्री मिलि है.


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