राहुल गांधी ने सरकार को घेरा; `भारत की अर्थव्यव्स्था तो बढ़ रही पर फायदा बस चंद लोगों को`
Harvard यूनिवर्सिटी में बोलते हुए राहुल ने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए अच्छें मीडिया, निष्पक्ष निर्वाचन आयोग, निष्पक्ष कानूनी प्रणाली, वित्तीय संसाधन तक पहुंच और तटस्थ संस्थानों की जरुरत होती है.
Rahul on India economy growth: भारत की अर्थव्यव्स्था को लेकर राहुल गांधी ने एक और बयान दिया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात करते हुए एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें राहुल गांधी ने कहा, "अर्थव्यवस्था तो बढ़ रही है, लेकिन पैसा कुछ लोगों के हाथों में जा रहा है." इसके अलावा उन्होंने BJP सरकार पर कई आरोप लगाएं हैं. राहुल गांधी ने भारत में बढ़ती बेरोजगारी को भी बड़ी समस्या बताया है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में बोलते हुए राहुल ने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए अच्छें मीडिया, निष्पक्ष निर्वाचन आयोग, निष्पक्ष कानूनी प्रणाली, वित्तीय संसाधन तक पहुंच और तटस्थ संस्थानों की जरुरत होती है.
भारत की अर्थव्यवस्था से फायदा किसको?
पिछले 10 सालों में भारत के विकास के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा, "जब आप आर्थिक विकास के बारे में बात करते हैं तो आपको यह सवाल करना होगा कि आर्थिक विकास किसके लिए हुआ है. सवाल का मतलब ये है कि उस विकास का नेचर क्या है और उससे किसको लाभ हो रहा है. भारत में विकास के आंकड़े के ठीक बगल में आपके पास भारत की बेरोजगारी का भी आंकड़ा है." उन्होंने आगे कहा, लेकिन जिस तरह से यह अर्थव्यवस्था बढ़ रही है वह बड़े पैमाने पर बहुत कम लोगों को फायदा कर रही है.
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा की हमें एक ऐसी उत्पादन अर्थव्यवस्था बनाने की जरुरत है जो ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने में सक्षम हो.
अडानी पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने छात्रों से बातचीत करते हुए अडानी पर भी निशाना साधा है राहुल ने कहा, "हमारे पास श्री अडानी हैं, हर कोई जानता है कि वह सीधे प्रधानमंत्री से जुड़े हुए हैं, वह हमारे सभी बंदरगाहों, हवाई अड्डों, हमारे बुनियादी ढांचे के मालिक हैं. इस तरह के काम से आपको विकास तो मिलेगा लेकिन कोई इसका गरीबों को कोई फायदा नहीं होगा.''
"भारत राज्यों का संघ"
कांग्रेस नेता ने BJP सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह भारत को राज्यों के संघ के रूप में नहीं, बल्कि "एक विचारधारा, एक धर्म, एक भाषा" वाले राष्ट्र के रूप में मानती है. उन्होंने कहा, "इसलिए BJP अभिव्यक्ति को ख़त्म करना चाहते हैं, वे संस्थानों पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं.