`राजा बोला रात है, मंत्री बोला रात है`, जानिए किसकी है यह रचना और क्यों मचा हुआ है घमासान?
इस कविता को कई बड़ी हस्तियों ने ट्विटर पर शेयर किया. साथ ही लेखक के नाम की जगह गोरख पांडेय लिखा है. लेकिन कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यह कविता गोरख पांडेय की नहीं बल्कि गोबिंद प्रसाद की है.
नई दिल्ली: एक लेखक के लिए वो लम्हा बहुत परेशान कर देने वाला होता है जब कोई उसकी रचना को गलत तरीके से पढ़ रहा हो, इससे भी ज्यादा परेशानी तब होती है जब उसकी रचना को किसी और के नाम से दुनियाभर में फैलाया जा रहा हो. एक ऐसा मामला हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर देखने को मिला है. दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी समेत कई जिम्मेदार हस्तियों ने एक कविता को किसी दूसरे लेखक के नाम से अपने ट्विटर हैंडल्स पर शेयर किया है. यूजर्स के ज़रिए किए जा रहे इन दो दावों के बीच हम आपको सच बताने जा रहे हैं.
दरअसल सोशल मीडिया पर एक कविता खूब वायरल हो रही है. कविता कुछ इस प्रकार है कि,"राजा बोला- रात है, मंत्री बोला रात है." इस कविता को कई बड़ी हस्तियों ने ट्विटर पर शेयर किया. साथ ही लेखक के नाम की जगह गोरख पांडेय लिखा है. लेकिन कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यह कविता गोरख पांडेय की नहीं बल्कि गोबिंद प्रसाद की है. जब हम इस कविता के संबंध में इंटरनेट पर सर्चिंग कर रहे थे तो एक वीडियो मिला. वीडियो में खुद गोबिंद प्रसाद इंटरव्यू देते नजर आ रहे थे. सवाल जवाब के दौरान गोबिंद प्रसाद ने कहा कि यह कविता आज से करीब 12-13 साल मैंने पहले लिखी गई थी.
साथ ही गोबिंद प्रसाद ने बताया कि जिस तरह से इस कविता को जिस तरह सुनाया जाता रहा है, मेरी कविता उससे कुछ अलग है. मैंने कई बार इस कविता का दूसरा पार्ट लोगों से सुना है, उसमें राजा बोला के बाद रानी भी बोलती है. लेकिन मेरी कविता में "राजा बोला रात है" के बाद "रानी बोली रात है" नहीं है. उन्होंने इसकी वजह भी बताई कि यहां राजा और दरबार की बात हो रही है और राजा के दरबार में रानी नहीं होती.
गोबिंद प्रसाद के द्वारा लिखी गई कविता 'राजा बोला रात है, मंत्री बोला रात है'
राजा बोला—
‘रात है’
मंत्री बोला—‘रात है’
एक-एक कर फिर सभासदों की बारी आई
उबासी किसी ने, किसी ने ली अँगड़ाई
इसने, उसने—देखा-देखी फिर सबने बोला—
‘रात है...’
यह सुबह-सुबह की बात है...
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कविता
राजा बोला रात है,
रानी बोली रात है,
मंत्री बोला रात है,
संतरी बोला रात है,
सब बोले रात है,
यह सुबह-सुबह की बात है।।