Rajasthan Temperature: भारत मौसम विज्ञान विभाग के पुणे स्थित राष्ट्रीय डेटा सेंटर के आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्थान के फलोदी में 50 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ शहर में अब तक का तीसरा सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है. राज्य कम से कम पिछले एक हफ्ते से भीषण गर्मी से जूझ रहा है, पिछले 24 घंटों में छह और लोगों की गर्मी से संबंधित बीमारियों से मौत हो गई है.


भीषण गर्मी से परेशान हैं राजस्थान के लोग


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जोधपुर के फलोदी में 50°C दर्ज किया गया, जो मई महीने का तीसरा सबसे अधिक तापमान था. 19 मई, 2016 को शहर का तापमान 51°C दर्ज किया गया, जो देश में अब तक का सबसे अधिक तापमान था, और 18 मई, 2016 को 50.5°C दर्ज किया गया था. आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि शनिवार को फलौदी में सबसे अधिक तापमान था, इसके बाद बाडमेर और जैसलमेर में 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, और बीकानेर और चूरू में 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.


कुछ ऐसा ही तापमान देश के अलग-अलग हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है. मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, जैसे खरगोन, रतलाम, राजगढ़ और खंडवा में अधिकतम तापमान 45°C से अधिक दर्ज किया गया है. दिल्ली में, सफदरजंग (शहर का बेस स्टेशन) में 43.4°C और नजफगढ़ में 46.8°C दर्ज किया गया.


क्या है मौसम विभाग का कहना?


आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा, “यह अत्यधिक गर्मी मुख्य रूप से इसलिए दर्ज की जा रही है क्योंकि हवा की दिशा बदल गई है. यह उत्तर दिशा में है. तो और भी पूर्वोत्तर भारत में जमीन की तरफ से चलने वाली बेहद शुष्क, गर्म हवाएं प्रभावित कर रही हैं. हवा की दिशा में बदलाव मुख्य रूप से खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने के कारण होता है,  चक्रवात के पहुंचने के बाद पूर्वोत्तर भारत को रविवार से राहत मिलेगी.”


चक्रवात रेमल के 26 मई की आधी रात के आसपास पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच टकराने की उम्मीद है. लेकिन, भीषण गर्मी का असर राजस्थान में जमीन पर दिखाई दे रहा है, जहां गर्मी के तनाव के साथ जुड़े लक्षणों के कारण पिछले 72 घंटों में कम से कम 25 लोगों की मौत हुई है.