Gotabaya Rajapaksa Flees: श्रीलंका राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने ऐलान किया था कि आज यानी 13 जुलाई को वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे, लेकिन आज जब इस्तीफे का दिन आया तो वे देश से फरार की राह एख्तियार कर ली. श्रीलंका के देश छोड़कर चले जाने के बाद ये खबर गर्दिश करने लगी कि राजपक्षे को देश से भगाने में भारत ने मदद की है, जिसका भारत ने खंडन किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि गोटाबाया राजपक्षे और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को श्रीलंका से बाहर भेजने में भारत ने मदद की है. उच्चायोग ने कहा कि वह यहां के लोगों की हिमयात करने की अपनी बात कायम है.



पहले भी भारत ने दिया था बयान
इससे पहले 10 जुलाई को उच्चायोग ने एक बयान जारी कर सोशल मीडिया पर चल रही उन खबरों का खंडन किया था जिसमें कहा जा रहा था कि भारत श्रीलंका में अपनी सेना भेज रहा है और आज फिर बयान जारी कर कहा है कि भारत श्रीलंका के लोगों की मदद जारी रखेगा


श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे बुधवार सुबह अपनी पत्नी और 2 बॉडीगार्ड्स के साथ मालदीव चले गए हैं. मालदीव के अधिकारी उन्हें एयरपोर्ट पर लेने भी पहुंचे. श्रीलंका के प्रधान मंत्री कार्यालय ने भी पुष्टि की है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है.


ये भी पढ़ें: संगदिल इमरान खान: स्टेज के सामने 29 लोग बेहोश होकर गिरे, फिर भी करते रहे तकरीर


गौरतलब है कि देश हुकूमत के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया ने देश छोड़ दिया. वह पनाह लेने के लिए मालदीव पहुंचे हैं. अब खबर आ रही है वह वहां से यूएई जाएंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोटाबाया राजपक्षे मालदीव की राजधानी माले में बुधवार को स्थानीय समय 03:00 बजे पहुंचे हैं.


ये वीडियो भी देखिए: Video: एक बाइक पर 7 लोग, देखकर हैरान रह जाएंगे आप