नई दिल्लीः पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई का नाम आने के बीच ही राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) प्रमुख और राज्यसभा के संभावित और भावी सांसद जयंत सिंह चौधरी ने अपना सरनेम बदल कर चौधरी की जगह बिश्नोई कर लिया है. जयंत सिंह चौधरी ने अपने सरनेम में बिश्नोई जोड़ने का फैसला अगले एक माह के लिए किया है. ज्यंत चौधरी ने अपने इस फैसले के पीछे जो मकसद बताया है, उसे जानकर आप जरूर उनकी तारीफ करेंगे.  



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शायद कुछ लोगों के आंखों से पर्दे उठ जाएं
दरअसल उन्होंने ऐसा इसलिए किया है ताकि जाति और धर्म की बुनियाद पर किसी के साथ भेदभाव न हो. माना जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला के मर्डर के बाद बिश्नोई समाज को टारगेट किया जा रहा और इसलिए उन्होंने ये फैसला लिया है. जयंत की दलील है कि मीडिया इस मामले में शांतिप्रिय बिश्नोई समाज को बदनाम कर रहा है. जयंत चौधरी ने इसकी जानकारी देते हुए मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ’’क्या आप जानते हैं, मेरे नाम में चौधरी अजित सिंह जी की इच्छा अनुरूप कुमार भी है? माताजी के स्मृति में और शांतिप्रिय बिश्नोई समाज की इज्जत में जून माह के लिए ट्विटर पर नाम जोड़ा है. ऐसे वक्त जब मजहब और जाति पर आधारित बंटवारों पर चर्चा है, शायद कुछ लोगों के आंखों से पर्दे उठ जाएं!’

सोशल मीडिया पर लोग बिश्नोई समाज को टारगेट कर रहे हैं 
राज्यसभा के संभावित सांसद जयंत चौधरी के इस फैसले का बिश्नोई समाज ने भी खैरमकदम किया है. गौरतलब पंजाबी गायक सिद्धू सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है और इस वजह से सोशल मीडिया पर लोग पूरे बिश्नोई समाज को टारगेट कर रहे हैं. गौरतलब है कि मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को उनके गाँव के पास की गई थी. घटना की जिम्मेदारी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से गोल्डी बरार ने ली थी, लेकिन इसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम भी आ रहा है. गौरतलब है कि हरियाणा का बिश्नोई समाज काफी शांतिप्रिय और पर्यावरण प्रेमी माना जा ता रहा है, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई की वजह से लोग पूरे समाज पर सवाल उठा रहे हैं. 


Zee Salaam