Royal Enfield: Army की यह बाइक कैसे बनी आम आदमी का क्रश; जानें Bullet का इतिहास
Royal Enfield:(Bullet) पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान कंपनी ने अपनी बाइक्स ब्रिटिश, बेल्जियन, फ्रेन्च, यूनाइटिड स्टेट और इंपीरियल रशियन आर्मी को सप्लाई की.
नई दिल्ली: रॉयल एनफील्ड की बाइक इस कदर फेमस है कि हर कोई इसकी चाह रखता है. हिंदुस्तान ही नहीं और मुल्कों में भी इस कंपनी की बाइक्स को खूब पसंद किया जाता है. लंबी राइड्स के दौरान लोगों की अकसर रॉयल एनफील्ड क्लासिक और हिमालया पसंद आती है. कभी आपने सोचा है कि इस कंपनी की शुरूआत कब और कैसे हुई होगी? आपको जानकर हैरानी होगी कि यह कंपनी 100 साल से भी पुरानी है. इस कंपनी की शुरूआत 1891 में हुई थी. उस वक्त कंपनी साइकिल का निर्माण किया करती थी.
आइये जानते हैं साइकिल बनाने वाली कंपनी कैसे बन गई लोगों की पहली पसंद
1898 में कंपनी ने पहली बार चार पहियों वाली मोटर व्हीकल का निर्माण किया. उस वक्त कंपनी का नाम The Enfield Cycle Co. Ltd रखा गया, जो 75 सालों तक चला. जिसके बाद 1901 में पहली बार कंपनी में मोटरसाइकिल का निर्माण किया. इस मोटरसाइकिल का डिज़ाइन Bob Walker Smith और Frenchman Jules Gobiet ने दिया. बाइक को लंदन में होने वाले स्टैन्ले साइकिल शो में लॉन्च किया गया.
वर्ल्ड वॉर में काम आई रॉयल एनफील्ड
जिसके बाद कंपनी ने 1909 में पहली बार वी-ट्विन 297 सीसी इंजन लॉन्च किया और इस इंजन ने आने वाले सालों में कई कॉम्पीटीशन जीते. जब 1914 का आग़ाज़ हो रहा था उस वक्त रॉयल इन्फील्ड कंपनी ने 2 स्ट्रोक वाले इंजन की बाइक्स खूब लॉन्च कीं. पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान कंपनी ने अपनी बाइक्स ब्रिटिश, बेल्जियन, फ्रेन्च, यूनाइटिड स्टेट और इंपीरियल रशियन आर्मी को सप्लाई की.
पहला 4 स्ट्रोक इंजन
कंपनी ने 1924 में पहली बार 350 सीसी में 4 स्ट्रोक इंजन की बाइक निकाली जिसके गेयर पैरों से लग सकते थे, इसी दौरान कंपनी ने बाइक का 'लेडीज़ मॉडल' भी लॉन्च किया. इस वेरिएंट में कंपनी ने 225 सीसी और 2 स्ट्रोक का इंजन दिया. इस बाइक को लॉन्च करने के एक साल बाद यानी 1925 में कंपनी की फैक्ट्री में आग लग गई जिसनें भारी नुकसान हुआ.
कंपनी ने ऐसे पाई शौहरत
फिर एक वक्त आया जब कंपनी ने खूब शौहरत कमाई, कंपनी ने 1932 में मशहूर बाइक 'बुलेट' लॉन्च की. इस बाइक को लंदन में होने वाले ऑलंपिया मोटरसाइकिल शो में दिखाया गया. इस दौरान कंपनी ने बाइक के 3 मॉडल लॉन्च किए 250 CC, 350 CC और 500 CC. जिसके बाद 1933 में इस कंपनी को बनाने वाले पार्टनर Bob Walker Smith चल बसे. जिसके बाद इस कंपनी को संभाला उनके बेटे मेजर फ्रैंक स्मिथ ने, जो कभी अपने पिता के साथ मैनेजिंग डायरेक्टर हुआ करता था.
खास ऑर्डर पर मुहिया कराया गया यह मॉडल
1936 में रॉयल एनफील्ड ने अपने 500 सीसी के मॉडल में बदलाव किया और 'मॉडल जेएफ' को लॉन्च किया. इस मॉडल में खास बात यह थी कि इसका इंजन 4 वॉल्व सिलेंडर हेड के साथ ऊपर की ओर था. इस बाइक को सिर्फ खास ऑर्डर के साथ ही मुहिया कराया जा रहा था.
इसके बाद कंपनी अपनी बाइक्स में हर तरीके से बदलाव करती रही और 1949 में कंपनी मे 350CC मॉडल यूके में लॉन्च किया. इसी साल K. R. Sundaram Iyer ने मदरास मॉटर्स को लॉन्च किया. इस कंपनी का काम मोटरसाइकिल्स को यूके से इम्पोर्ट कर इंडिया लाने का था.
भारतीय सेना ने भी खरीदी यह बाइक
1952 में पहली बार भारतीय सेना की तरफ़ से मदरास मॉटर्स को 500 350cc बाइक्स का ऑर्डर मिला. जिसके बाद 1955 में दोनों कंपनिया मदरास मोटर्स और Redditch पार्टनर्स हो गए ताकी वह 'Enfield India' बना सकें. 1956 के शुरूआती वक्त में कपंनी ने भारत में रॉयल एनफील्ड बाइक का निर्माण शुरू कर दिया, काफ़ी वक्त तक कंपनी बाइक के लिए मशीने लंदन से मंगाती थी और उसे असेंबल मदरास में किया जाता था.
कंपनी को Eicher ने किया टेक ओवर
1994 में रॉयल एनफील्ड को ट्रैक्टर और कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली कंपनी आइशर ने टेक ओवर कर लिया. जिसके बाद Eicher ने इस कंपनी का नाम बदलकर Royal Enfield Motors Limited कर दिया. जिसके बाद 2002 में कंपनी ने थंडरबर्ड और 2004 में एलेक्ट्रा-X मॉडल लॉन्च किया.
2015 में कंपनी ने अपनी इंजीनियरिंग और उत्पाद डिजाइन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक प्रसिद्ध ब्रिटिश मोटरसाइकिल डिजाइन और निर्माण फर्म हैरिस परफॉर्मेंस को टेक ऑवर किया. बता दें कंपनी ने अपना हिमालया मॉडल 2016 में लॉन्च किया जिसे ट्रेवलर्स से खूब सराहना मिली.
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