राहुल गांधी के `हिंसक हिंदू` वाले बयान पर बवाल, क्या बोले, मुस्लिम धर्मगुरु और हिन्दू संत
Rahul Gandhi On Abhaymudra: राहुल गांधी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए थे. इस दौरान उन्होंने हिंदू, भगवान शिवजी और अभयमुद्रा का जिक्र किया. जिसके बाद उन्होंने अपने भाषण में बीजेपी को डाराने वाली पार्टी और हिंसक करार दिया. इस बयान के बाद देश में भारी बवाल जारी है.
Rahul Gandhi On Abhaymudra: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए थे. इस दौरान उन्होंने हिंदू, भगवान शिवजी और अभयमुद्रा का जिक्र किया. जिसके बाद उन्होंने अपने भाषण में बीजेपी को डाराने वाली पार्टी और हिंसक करार दिया. वहीं, राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि कुछ लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वो दिन रात हिंसा-हिंसा करते हैं. इस बायन के बाद बीजेपी राहुल गांधी पर हमलावर हो गई और माफी मांगने की अपील करने लगी. हालांकि, राहुल गांधी ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है. वहीं, अब ‘अभयमुद्रा’ 'हिंसक हिंदू' वाले बयान को लेकर राहुल गांधी को मौलाना और संतों ने घेरा है.
हरिद्वार के संतों ने क्या कहा?
राहुल गांधी के इस बयान की निंदा करते हुए हरिद्वार के संतों ने राहुल गांधी के विदेशी षडयंत्र में शामिल होने की जांच की मांग की है. इसके साथ ही उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द करने की भी मांग की है. बड़ा उदासीन अखाड़ा के महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश ने कहा, "इस हिंदू बहुल देश में हिंदुओं पर इस तरह की टिप्पणी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके साथ ही राहुल गांधी की विदेशी साजिश में संलिप्तता की जांच होनी चाहिए और उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द की जानी चाहिए.
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने राहुल गांधी को दी चेतावनी
इसी तरह जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रबोधन ने कहा कि राहुल गांधी का बयान असहनीय है. कांग्रेस 1947 से ही हिंदुओं के खिलाफ एजेंडा चला रही है और राहुल गांधी का बयान इसी एजेंडे के तहत दिया गया बयान है. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को चेतावनी देते हुए कहा कि आप संसद में विकास की बात कर सकते हैं, संसद में प्रधानमंत्री के कामों का विरोध कर सकते हैं, लेकिन हिंदुओं के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी बंद करें, नहीं तो हिंदू एकजुट होकर सड़कों पर उतरेंगे और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने क्या कहा?
वहीं, राहुल गांधी के ‘अभयमुद्रा’ वाले बयान पर मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने भी प्रतिक्रिया दी है. अजमेर शरीफ के हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने बयान में कहा, ‘हमने राहुल गांधी का भाषण सुना है. उन्होंने अभय मुद्रा को इस्लामी प्रार्थनाओं से जोड़ा है या इस्लाम में इस मुद्रा के जिक्र की बात की है, ऐसा हमारी धार्मिक पुस्तकों या इस्लामी शिक्षाओं में कहीं नहीं लिखा है.’ उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि कौन से प्रतीक किस धर्म से जुड़े हैं.