डेमोक्रेटिक रिफार्म  थिंक टैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह बताया गया कि समाजवादी पार्टी ने वर्ष 2021-22 में क्षेत्रीय दलों के बीच सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित की है और वित्त वर्ष 2020-21 में 319.55 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021-22 में 512.24 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित कर  इस रेस में भारतीय राष्ट्र समिति ने दूसरा मुकाम हासिल किया है. इसे में बीते दो वर्षों के बीच, DMK, BJD और JD(U) की कुल संपत्ति में 95 प्रतिशत की वृद्धि हुई.


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2020-21 में, बीजू जनता दल ने 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की, जो 2021-22 में 143% बढ़कर 474 करोड़ रुपये हो गई. इसी तरह, 2020-21 में, जेडी (यूएस) ने 86 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की, जो 2021-22 में 95% से अधिक बढ़कर 168 करोड़ रुपये हो गई. 


और आपको बता दें की वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 के बीच आम आदमी पार्टी की कुल संपत्ति 21.82 करोड़ रुपये से बढ़कर 37.477 करोड़ रुपये यानि  71.76 प्रतिशत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 10 पार्टियों में से केवल दो, एआईएडीएमके और टीडीपी की घोषित वार्षिक संपत्ति में क्रमशः 1.55% और 3.04% की गिरावट आई है. साथ ही साथ वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 के बीच, एआईएडीएमके की संपत्ति 260.166 करोड़ रुपये से घटकर 256.13 करोड़ रुपये हो गई, जबकि टीडीपी की संपत्ति 133.423 करोड़ रुपये से घटकर 129.372 करोड़ रुपये हो गई.