Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में मरने वाले तीनों लोगों की मौत कैसे हुई है? इसके बारे में खुलासा हो गया है. मिली जानकारी के मुताबिक मारे गए तीनों लोगों में से दो की मौत गोली लगने से हुई है. वहीं, तीसरे युवक की मौत चोट लगने से हुई है. इस घटना के संबंध में जानकारी के देते हुए संभल के एसपी केके बिश्नोई ने बताया कि यह पूरी घटना पहले से प्लान की हुई थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है. एसपी केके बिश्नोई ने कहा कि घटना के दौरान जो भी फायरिंग हुई है, भीड़ की तरफ से हुई है. करीब 3 तक घंटे चले इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस की तरफ से एक भी फायरिंग नहीं हुई है. हालांकि,  भीड़ को तितर बितर करने के लिए लिए पुलिस ने पैलेट गन का इस्तेमाल किया.


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इस साजिश का मास्टर माइंड कौन?
एसपी केके बिश्नोई उन आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि यह हिंसा इंटेलिजेंस फेलियर की वजह से हुई.  उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान अचानक से भारी भीड़ का मस्जिद पर आना, बिना कोई मौका दिए पथराव पुलिस और सर्वे टीम पर पथराव और फायरिंग करना, यह सबकुछ ऐसे ही नहीं हुआ है. इसे लेकर पहले साजिश रची गई थीय. इस पूरे घटनाक्रम को योजनावद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस हिंसा में संलिप्त आरोपियों को पकड़ रही है. जल्द ही इस साजिश के मास्टर माइंड का भी खुलासा हो जाएगा.


वायरल तस्वीर हथियार नहीं 'पैलेट गन': एसपी
एसपी ने हिंसा के दौरान दो लोगों की गोली लगने से मौत से जुड़े सवाल पर दावा किया कि पुलिस की तरफ से एक भी गोली नहीं चलाई गई है. उन्होंने कहा कि घटना के पुलिस ने ऐसा कोई हथियार इस्तेमाल नहीं किया, जिससे किसी की मौत हो सके. हां,  भीड़ को को तितर बितर करने के लिए पैलेट गन का जरूर इस्तेमाल किया गया. इतना ही नहीं उन्होंने वायरल तस्वीर का खंडन करते हुए कहा कि पुलिस के हाथ में दिख रहा हथियार 'पैलेट गन'  है. हालांकि, उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस को मौके से 32 बोर और 15 बोर के कई खोखे मिले हैं.


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संभल में इंटरनेट सेवा बंद
शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए सर्वे टीम सुबह सात बजे मस्जिद पहुंची थी. आरोप है कि मस्जिद के बाहर इकट्ठी भीड़ ने सर्वे करने पहुंची टीम के खिलाफ हंगामा करना शुरू कर दिया और सर्वे टीम पर हमल कर दिया. इसके बाद बवाल शुरू हो गया. भीड़ ने कई  गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में तीन लोगों   बिलाल, नोमान खान और नईम की मौत हुई है. वहीं, इस हिंसा में CO समेत एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने संभल जिले में इंटरनेट सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया है. साथ ही मस्जिद के इलाके को सील कर दिया है.


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