नई दिल्ली: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद आज हैदराबाद हाउस में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. सऊदी क्राउन प्रिंस खास तौर पर तीन दिनों के सफर पर दिल्ली पहुंचे हैं और G20 समिट के बाद यहीं रुके हैं. पीएम मोदी से मुलाकात से पहले क्राउन प्रिंस का सुबह 10 बजे नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में इस्तिक़बाल किया जाएगा.


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विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था, "इस सफर के दौरान, वह 9-10 सितंबर 2023 को भारत में होने वाली G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और 11 सितंबर, 2023 को राजकीय सफर के लिए भारत में अपना कयाम जारी रखेंगे".


हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस दोपहर 12 बजे के आसपास उसी जगह पर भारत-सऊदी स्ट्रेटजीक पार्टनरशिप काउंसिल की पहली बैठक में सिग्नेचर करने की उम्मीद है. इनके बाद  क्राउन प्रिंस शाम करीब 6:30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे. इसके बाद सलमान रात करीब 8.30 बजे नई दिल्ली से रवाना होंगे.


क्राउन प्रिंस सलमान 18वें G-20 लीडर्स समिट में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के पालम एयरबेस पहुंचे थे. इससे पहले शनिवार को, भारत, USA, सऊदी अरब और यूरोपीय यूनियन ने एक मेगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर शुरू करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौते का ऐलान किया है.


पीएम नरेंद्र मोदी ने G20 समिट के मौके पर महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का ऐलान किया, इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और यूरोपीय यूनियन के नेता भी मौजूद थे.


यहां G20 समिट के भारत मंडपम पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह मेगा डील दुनिया भर में कनेक्टिविटी और स्टेबिलिटी को एक परमानेंट डायरेक्शन देगी. उन्होंने कनेक्टिविटी कॉरिडोर का हिस्सा रहे सभी नेताओं को भी बधाई दी.


सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने क्या कहा?
इस मौके पर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने कहा, “हम इस बैठक में घोषित पहल और आर्थिक गलियारा परियोजना के एकीकरण की आशा करते हैं. मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिए इस संस्थापक कदम तक पहुंचने के लिए हमारे साथ काम किया”.


इसके अलावा, सऊदी अरब ने अलग-अलग इलाकों में राज्य की प्रोजेक्टों का एक व्यापक और इंटरैक्टिव एक्सपिरियंस प्रदान करने के लिए G20 नेता समिट के कॅाम्बिनेशन में तीन दिनों के प्रोग्राम की मेजबानी की. 'मीडिया ओएसिस' नामक प्रोग्राम 9 सितंबर को किया गया था और 11 सितंबर को नई दिल्ली में समाप्त होगा.


इस प्रोग्राम का मकसद टूरिज्म, एंटरटेनमेंट, टेक्नॅालोजी, कल्चर और खेल के क्षेत्रों में सऊदी अरब की लीडिंग प्रोजेक्ट्स का एक व्यापक और इंटरैक्टिव तजुर्बा जानने का मकसद जानान है. एग्जीबिशन का व्यापक विषय 'विज़न 2030' है, जो सऊदी अरब की एक पहल है जिसका मकसद देश को इकॅानमिक, सोशल और कल्चर रूप से मुख्तलीफ बनाना है.


इस प्रोग्राम को सऊदी मीडिया मंत्रालय ने करवाया है. यह सऊदी कल्चरल मिनिसट्री, इन्वेस्ट सऊदी, सऊदी खेल मंत्रालय, सऊदी मिनिस्ट्री ऑफ पावर, रेड सी ग्लोबल, एसडीएआईए, एफआईआई इंस्टीट्यूट, रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल आर्ट्स कोनोज़ और सीजीसी ने किया था.


इसके अलावा, भारत और सऊदी अरब के बीच दोस्तान रिश्ते हैं जो सदियों पुराने इकॅानमिक और सामाजिक-कल्चरल रिश्तों को दर्शाते हैं. साल  1947 में राजनयिक रिश्तों की स्थापना के बाद दोनों पक्षों की तरफ से उच्च स्तरीय सफर हुईं. इसके अलावा, सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी पार्टनर है. भारत का 18 फीसद से ज्यादा कच्चा तेल आयात सऊदी अरब से होता है.