नोएडाः देश की राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर के नोएडा में मुबैयना तौर पर मजहब पूछकर बुजुर्ग से मारपीट करने के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने मंगलवार को इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इस मामले में पुलिस अफसरों ने दावा किया है कि यह मामला लूटपाट का था, न कि मजहब पूछकर मारपीट करने का.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चार जुलाई 2021 को हुई थी घटना 
गौरतलब है कि दिल्ली के रहने वाले कजीम नाम के एक शख्स ने 15 जनवरी 2023 को थाना सेक्टर 39 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. काजिम ने इल्जाम लगाया था कि चार जुलाई 2021 को अलीगढ़ जाने के लिए नोएडा के सेक्टर 37 के बस अड्डा पहुंचने पर कार सवार कुछ लोगों ने उन्हें अलीगढ़ छोड़ने की बात कहकर अपनी कार में बैठा लिया था. काजिम ने इल्जाम लगाया था कि कार में सवार लोगों ने कुछ देर बाद उनका मजहब पूछकर उनसे मारपीट शुरू कर दी और उनकी दाढ़ी नोची और उन्हें निर्वस्त्र करके उन्हें अपमानित किया. काजिम ने अपनी शिकायत में कहा था कि आरोपियों ने पेचकस से हमला कर उनकी आंख फोड़ने की भी कोशिश की थी. 

अल्पसंख्यक आयोग से भी की थी शिकायत 
इस मामले में पीड़ित शख्स ने अल्पसंख्यक आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक तक का दरवाजा खटखटाया और वहां अपनी शिकायत की थी. सुप्रीम कोर्ट ने जब इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा, तब थाना सेक्टर 39 पुलिस ने डेढ साल बाद आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर मंगलवार को इस मामले का खुलासा किया.

बबलू और  दीपक काजिम को मारने-पीटने की घटना में शामिल 
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश इससे पहले भी थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इन बदमाशों ने राष्ट्रीय राजधानी यानी दिल्ली और एनसीआर में लूटपाट की दर्जनों वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है. पुलिस के मुताबिक ये लोग कार में लिफ्ट देकर लोगों के साथ मारपीट और लूटपाट करते रहे हैं. पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम शिवकुमार, बबलू वर्मा, दीपक वर्मा और ट्विंकल है. शिव कुमार, बबलू और  दीपक काजिम को मारने-पीटने की घटना में शामिल थे, जबकि ट्विंकल ने अपनी गाड़ी उन्हें वारदात करने के लिए मुहैया करवाई थी. पीड़ित ने भी सभी मुल्जिमों की पहचान की है.


Zee Salaam