Shiv Sena Leader Shot: शिव सेना लीडर अभिषेक घोसालकर को फेसबुल लाइव पर गोली मार दी गई है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार रात को सेना पार्षद अभिषेक की हत्या को लेकर एकांत शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में ऐसी अराजकता देखी जा रही है, जो पहले कभी नहीं देखी गई.


शिव सेना लीडर की हत्या


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अदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर लिखा,"महाराष्ट्र ने पहले ऐसी अराजकता नहीं देखी है. कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को आज की तरह विफल होते देखना शब्दों से परे चौंकाने वाला है. क्या आम आदमी की सुरक्षा के लिए कोई सिस्टम मौजूद है? क्या कानून का डर मौजूद है? प्रशासन पूरी तरह से गैरमौजूद रहने की वजह से चरमरा गया है.”


शिव सेना लीडर के बेटे थे अभिषेक घोसालकर


पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर की गुरुवार को मुंबई के दहिसर इलाके में एक निजी विवाद को लेकर मौरिस भाई के नाम से मशहूर मौरिस नोरोन्हा ने गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना तब घटी जब दोनों ने दुश्मनी खत्म होने और इलाके के विकास के लिए एक साथ आने का जश्न मनाते हुए एक फेसबुक लाइव किया था.


आरोपी ने खुदको मारी गोली


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नोरोन्हा ने कथित तौर पर अभिषेक घोसालकर पर तीन गोलियां चलाईं और फिर बाद में खुद को मार डाला. कथित तौर पर, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो अभिषेक घोसालकर जिंदा थे. सेना (यूबीटी) नेता को बोरीवली के करुणा अस्पताल ले जाया गया, हालांकि, उन्होंने दम तोड़ दिया.



पुलिस ने दर्ज किया मामला


मुंबई पुलिस ने गोलीबारी की घटना में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं - एक घोसालकर की हत्या के लिए एफआईआर और दूसरी मौरिस नोरोन्हा की हत्या पर एडीआर (एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट). यह घटना उल्हासनगर के एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक भाजपा विधायक के जरिए एकनाथ शिंदे गुट के नेता पर गोली चलाते हुए कैमरे में कैद होने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिससे महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था के हालात पर सवाल उठने लगे हैं.


प्रियंका चतुर्वेदी ने उठाए सवाल


शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सत्तारूढ़ महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है. उन्होंने कहा, “मैं पूरी तरह से दुखी हूं और मुंबई में कानून और व्यवस्था की घोर उपेक्षा के लिए मेरे पास जो दुख है उसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. नाजायज सरकार को शर्म आनी चाहिए, और कितने बाली आपकी सत्ता की भूख मिटाएंगे? महाराष्ट्र न तो माफ करेगा, न ही भूलेगा.''