हिमाचल में आसमानी कहर जारी, कई लोग हुए बेघर; 24 घंटे में 8 घर मलबे में तब्दील
हिमाचल प्रदेश में आसमानी आफत जारी है. लैंड स्लाइड की वजह से 8 घर जमींदोज हो गए हैं, और लगातार पहाड़ की चोटियों से पत्थरों का गिरना जारी है. वहीं कुल्लू मंडी रोड पर ट्रैफिक पूरी तरह से ठप हो गया है.
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में आसमान से उतरने वाली कहर जारी है. प्रदेश में लगातार भारी बारिश की वजह से फिर लैंड स्लाइड देखने को मिल रही है. कुल्लू में लैंड स्लाइड की वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं. कई इमारतें गिर गई हैं, वहीं कुल्लू मंडी रोड पूरी तरह से ठप हो गया है. मौके पर बचाव व राहत कार्य जारी है और लोगों को रिलीफ कैंप में पहुंचाया जा रहा है.
900 से ज्यादा लोग पहले से ही रिलीफ कैंप में ठहरे हुए हैं. वहीं लैंड स्लाइड की वजह से लगातार पत्थरों का गिरना जारी है. एक अधिकारी ने बताया कि कल्लू में आठ मकान गिरे हैं. इस घर में रह रहे लोगों को पहले से ही खाली करा दिया गया था.
बीते 14 अगस्त को लैंड स्लाइड की वजह से शिमला के समर हिल में शिव मंदिर पूरी तरह ढ़ह गया था, जिसमें तीन लोगों की दबने सो मौत हो गई थी. बचाव कार्य टीमों ने तीनों शवों को मलबे से बाहर निकाल लिया है. वहीं प्रदेश की सरकार ने शिमला सहित कई मुतासिर इलाकों में 25 अगस्त को सभी तालिमी इदारों को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं.
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मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में लगातार बारिश जारी रहेगा, जिसकी वजह से भूस्खलन के मामले ज्यादा हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को पूरी सावधानी बरतनी होगी. इस आसमानी आफत की वजह से अभी तक 120 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है, जिसमें से 80 लोगों की मौत 10 दिनों के भीतर हुई है.
प्रदेश में इस बार मानसून ने 24 जून को दस्तक दी थी, जिसमें अब तक कुल 242 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
भारी भूस्खलन की वजह से कुल्लू मंडी रोड पूरी तरह से बंद है. सड़कों पर छोटी-बड़ी गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं.
प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "राहत शिविरों में इस समय नौ सौ से ज्यादा लोग हैं. इनके लिए भोजन के पैकेट भेजे गए हैं. इसके अलावा अन्य राहत सामग्री भी पहुंचाई जा रही है".