Soaked vs Unsoaked Almonds: बदाम में कई पोष्टिक तत्व मौजूद होते है. बदाम को सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. बदाम के अंदर अयारन, विटामिन और हेल्दी फैट अच्छी तदाद में पाए जाते हैं. लेकिन लोगों में ये कंफ्यूजन बना रहता है कि बदामों को भीगो कर खाया जाए या सूखे. आज हम आपको बताएंगे कि सूखे और भिगे हुए बदाम खाने के क्या-क्या फाएदे होते हैं. 


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सूखे बदाम 
सूखे बादाम कच्चे बादाम होते हैं जिन्हें पानी में भिगोया नहीं जाता है. इन्हें नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है या बादाम दूध, बादाम मक्खन, या बादाम के आटे जैसे कई तरीकों से खाने के साथ लिया जा सकता है. सूखे बदाम में  मैग्नीशियम और फाइबर अच्छी तदाद में पाया जाता है. सूखे बदाम दिल को तंदरुस्त और पाचन क्रिया को ठीक रखने के काम आता है. 


भीगे हुए बदाम
भीगे हुए बादाम ऐसे बादाम होते हैं जिनको एक समय तक पानी में भीगों के रखा जाता है, आमतौर पर 8-12 घंटों के बीच. इस प्रक्रिया के बाद बादाम पानी सोख लेते हैं और फूल जाते हैं, जिससे वे नरम हो जाते हैं और चबाने में आसान हो जाते हैं. कुछ लोगों मानते है कि पानी में भीगे हुए बादाम पेट के लिए सख्त नहीं होते हैं और सूखे बादाम के मुकाबले में कम सूजन या परेशानी पैदा करते हैं. बादाम को पानी में भिगोने से फाइटिक एसिड के स्तर को कम करने में भी मदद मिलती है, इसके अलावा भीगे हुए बदामों को कुछ लोग सूखे बदाम से ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. 


कौन से बदाम हमें खाने चाहिए 
कौन से बदाम आपको खाने चाहिए ये आपकी पसंद और आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों पर निर्भर करता है. अगर आपका पाचन तंत्र नाजुक है, तो भीगे हुए बदाम खाना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन अगर आप एक त्वरित और सुविधाजनक नाश्ते की तलाश में हैं, तो बिना भीगे बादाम आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं.