Azam Khan: मुरादाबाद की MP-MLA अदालत में समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आज़म ख़ान की पेशी हुई. 2008 के छजलैट केस मे कोर्ट से लगातार ग़ैर हाज़िर होने के कारण 2020 में कोर्ट की तरफ से मुक़दमा दर्ज कराया गया था. कोर्ट ने आज़म ख़ान को अपना पक्ष रखने के लिए 20 फरवरी की तारीख़ दी है. अब इस मामले में 20 फरवरी को सुनवाई होगी.आज़म ख़ान और उनके वकील अब अगली सुनवाई के दौरान अपना पक्ष और सबूत पेश करेंगे. 2008 में छजलेट थाना क्षेत्र में जाम लगाने को लेकर उन पर केस दर्ज हुआ था.


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20 फरवरी को सुनवाई
आज़म ख़ान के वकील शहनवाज़ नक़वी ने बताया कि अभी तक कोर्ट में अभियोजन पक्ष की तरफ से दलील पेश की गई और अब 20 फरवरी से डिफेंस पक्ष की तरफ़ से दलीली पेश की जाएंगी. आज़म ख़ान की पेशी के दौरान कचहरी में सिक्योरिटी के सख़्त बंदोबस्त किए गए थे. इस दौरान SP सिटी अखिलेश भदौरिया काफ़ी फोर्स के साथ कचहरी में मौजूद थे. आज़म ख़ान की पेशी से पहले समाजवादी पार्टी के और नेता भी कचहरी पहुंच चुके थे, लेकिन आज़म ख़ान ने किसी से कोई बात नहीं की औरअपनी कार में बैठकर रामपुर के लिए रवाना हो गए.


आज़म ख़ान पर सरकारी कामों में रुकावट डालने का इल्ज़ाम 
छजलैट मामला तक़रीबन 14 साल पुराना है. दरअसल हरिद्वार हाईवे पर मुरादाबाद के छजलैट थाने के सामने 29 जनवरी, 2008 को मुरादाबाद के उस वक़्त के एसएसपी प्रेम प्रकाश ने पूर्व मंत्री की गाड़ी को चेकिंग के लिए रुकवाया था. इसके बाद आज़म ख़ान की गाड़ी पर लगा हूटर उतरवा दिया था. इस मामले ने तूल पकड़ लिया था और अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए आज़म ख़ान वहीं सड़क पर धरना देकर बैठ गए थे. इस ख़बर के सामने आने के बाद आस-पास के कई इलाक़ों से भी समाजवादी पार्टी के लीडर और कार्यकर्ता छजलैट पहुंच गए थे. इस मामले में एसपी लीडर आज़म ख़ान समेत दूसरे सपा लीडरों पर सरकारी कामों में रुकावट डालने और भीड़ को उकसाने समेत अलग-अलग धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई थी.


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