गुवाहाटी/शरीफ उद्दीन अहमद: नया कंचनपुर गांव असम का एक छोटा सा गांव है. यह सिलचर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर है. अगर आप नया कंचपुर गांव जाएंगे, तो अर्ध-पक्की सड़क के दोनों ओर केवल पानी ही पानी नजर आएगा. इलाके में बिजली का कनेक्शन है लेकिन इलाके के लोगों को ही नहीं पता कि यह कब आती है और कब जाती है. पीने का साफ पानी उनके लिए सपना है. संकट के समय नाव ही लोगों का एकमात्र सहारा है. गांव में आधी रात को अगर किसी की तबियत बिगड़ जाती है तो उसे नाव या कोसों दूर पैदल चलकर सिलचर मेडिकल कॉलेज तक का लंबा सफर तय करना पड़ता है. हालांकि, गांव में एक स्वास्थ्य केंद्र है. 


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आज से करीब बीस साल पहले इस गांव को आदर्श गांव घोषित किया गया था. लेकिन शहर के लोग इस आदर्श गांव को खोजने के लिए दूर-दूर से आते हैं. क्योंकि इस गांव का एक लड़का चावल खाकर पूरे भारत में अपना नाम रोशन कर रहा है.


गांव का नाम रोशन करने वाले लड़के का नाम मृणाल सूत्रधर है. गरीब घर के इस लड़के ने कचरे और कुछ घरेलू चीजों से एक रोबोट बनाया है. रोबोट की खास बात यह है कि वह कई सवालों के जवाब देता है. यह रोबोट भारत के प्रधानमंत्री, असम के मुख्यमंत्री और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का नाम आसानी से बताता है. इतना ही नहीं, कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर के बारे में भी रोबोट ने सही जवाब दिए. इसके अलावा कवि के बारे में पूछे जाने पर रोबोट कवि सहित विभिन्न लेखकों की कहानी बखूबी बता रहा है. रोबोट ने गणित के कुछ सवालों के सही जवाब दिए. 


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मृनाल का सपना है कि वह आने वाले दिनों में कुछ बड़ा करें. अपने सपने को ध्यान में रखते हुए मृणाल ने पिछले लॉकडाउन में रोबोट नाम की फिल्म देखकर यह रोबोट बनाया है.


मृणाल के मुताबिक इस रोबोट को बनाने का मकसद पढ़ाई में पीछे रहने वालों को आगे ले जाना है. मृणाल का कहना है कि यह रोबोट चलने में सक्षम है और घर के हर काम कर सकता है. यह रोबोट हाथ हिलाता है. तरह-तरह के सवालों के जवाब देता है. मृणाल का कहना है कि वह आने वाले दिनों में इस रोबोट को बेहतर बनाकर अपने सपने को साकार करेंगे.


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