तुमकुरूः स्कूल बच्चों के पढ़ाई करने, सीखने, उनका व्यक्तित्व विकास और सामाजिकरण का एक साधन है, लेकिन हाल के दिनों में देश भर से जो खबरे आई हैं, उससे लगता है कि कुछ स्कूल और वहां के शिक्षक अपना कर्तव्य भूल गए हैं. हाल ही में बच्चों की पिटाई करने की कई खबरें आई हैं, जिससे उसकी मौत या फिर गंभीर चोंटे आई हैं. कई जगह बच्चों से भेदभाव भी किया गया है.
अब एक ताजा मामला कर्नाटक से आया है, जहां एक आंगनवाड़ी केंद्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने तीन साल के बच्चे का गुप्तांग इसलिए जला दिया कि वह बार-बार पेशाब कर रहा था. इससे पहले मध्य प्रदेश से एक खबर आई थी, जहां एक लड़की के बार-बार बिस्तर पर पेशाब करने से नाराज उसकी रिश्तेदार ने बच्ची के गुप्तांग जला दिए थे. 

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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज 
कर्नाटक के मामले में स्कूल में अपने कपड़े बार-बार गीला कर लेने वाले तीन साल के बच्चे के गुप्तांग को जलाने के इल्जाम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा गुरुवार को शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली. यह घटना पिछले 19 अगस्त की है. जिले के चिक्का नयनकहल्ली तालुक के गोडेकेरे गांव के निवासियों ने अफसर को पत्र लिखकर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं पर बच्चों को प्रताड़ित करने का इल्जाम लगाया है.

आरोपी ने कहा गलती से लग गई आग 
शिकायत के आधार पर सरकारी अफसर जी. होन्नप्पा ने मामले की जांच के लिए गांव का दौरा किया है. उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रश्मि केपी से पूछताछ भी की है. इस दौरान रश्मि ने कहा कि वह माचिस की तीली से बच्चे को सिर्फ डराने की कोशिश कर रही थी, लेकिन गलती से आग लग गई. बच्चे ने इसकी शिकायत अपनी दादी से की थी, जिसके बाद बच्चे का इलाज कराया गया और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ अफसरों को उसकी शिकायत की.


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