मुक्कम: एक समय ऐसा भी था जब खेलना कूदना महिलाओं के के लिए बुरा समझा जाता था. लेकिन अब धीरे-धीरे तस्वीर बदल रही है. फिछले कुछ वक्त से खेल के मौदन में महिलाओं की हिस्सदारी में इज़ाफ़ा हुआ है. फुटबॉल, कुश्ती और क्रिकेट जैसे खेलों में महिलाएं आगे आ रही हैं. इसी कड़ी में आज हम आपके केरल की 18 साल की महिला फ़ुटबॉलर हादिया हकीम (Hadiya Hakeem) के बारे में बताएंगे, जो अपने हुनर और टेलेंट से समाज की सोच को बदल रही है.


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केरल के मुक्कम (Mukkam) की रहने वाली 18 वीर्षीय हादिया के फुटबॉल खेलने का वीडियो हालिया दिनों सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है. आम तौर ये समझा जाता है कि लड़कियां फुटबॉल नहीं खेल सकती हैं, लेकिन हादिया (Hadiya Hakeem) इस नजरिए को गलत साबित करती हुई नजर आ रही हैं, बल्कि आए दिन हादिया अपने इंस्टाग्राम पेज पर  अपने फुटबॉल खेल से जुड़े वीडियोज शेयर करती रहती रहती हैं और इन वीडियोज को हजारों की तादाद में शेयर किया जाता है.


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गौरतलब है कि हादिया (Hadiya Hakeem) के वालिद माज़ी में अब्दुल हकीम फुटबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं. इसलिए फुटबॉल की जानिब हादिया की दिलचस्पी बचपन से ही है और हादिया के फुटबॉल खेलने में घर में कोई पाबंदी नहीं है. हादिया को ये स्किल अपने पिता अब्दुल हकीम से विरासत में मिली है. 



सोशल मीडिया पर हादिया (Hadiya Hakeem) की तस्वीरें और वीडियो अक्सर वायरल होतो रहते हैं. मिसाल के तौर पर हादिया का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें स्कूल के अंदर एक प्रोग्राम चल रहा था. इसमें फुटबॉल मैच भी हुआ था. मैच के आखिर में हादिया ने सबके के सामने अपनी फ्री स्टाइल फुटबॉल स्किल दिखाई थी. हादिया की सलाहियत देख कर पूरा स्कूल हैरान रह गया था. 


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आपको बता दें हादिया (Hadiya Hakeem) की उम्र फीलहाल 18 साल है. वह 12वीं क्लास में पढ़ती हैं. बड़ी बात ये है कि हादिया फुटबॉल हिजाब पहन कर ही खेलती हैं. हादिया का कहना है कि वह जिस इलाके में रहती हैं वहां लड़कियों को खेलने के मौके नहीं मिलते हैं और आम तौर पर ये समझा जाता है कि ये लड़कियों का खेल नहीं है. लेकिन वह ऐसा बिल्कुल नहीं सोचती हैं, बल्कि हादिया ने अपने खेल से इस सोच को गतल साबित किया है.


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