Tirupati laddus: आंध्रप्रदेश त्रुपति मंदिर में मिलने वाले प्रसाद के लड्डुओं को लेकर काफी विवाद जारी है. हाल ही में सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि उन लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी, और यह काम याईएसआरसीपी की सरकार के दौरान किया जाता था. अब इस दावे के बाद तेलगु देशम पार्टी ने लैब रिपोर्ट भी पेश कर जी है.


तेलगू देशम पार्टी ने क्या कहा?


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एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक विवाद के बीच सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला ने मिलावट की पुष्टि की है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में "बीफ़ टैलो" यानी गाय की चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि की गई है.


क्या है पूरा मसला


बुधवार को चंद्रबाबू नायडू ने यह दावा किया था कि त्रुपति में प्रसाद के तौर पर इस्तेमाल होने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था. वहीं एसआरसीपी ने कहा था कि चंद्रबाबू नायडू जघन्य आरोप इसलिए लगा रहे हैं ताकि उन्हें राजनीति फायदा पहुंच सके. याईएसआरसीपी के इस बयान के कुछ घंटों बाद ही टीडीपी ने यह लैप रिपोर्ट पेश कर दी.


बुधवार को एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान नायडू ने दावा किया कि पिछली वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार ने तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु वसा का इस्तेमाल किया. टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाली तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के जरिए उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा की गई है.


हालांकि, आंध्र प्रदेश सरकार या तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी), जो प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है, की ओर से लैब रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, पीटीआई ने बताया.