Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) ने अपने कोर्स में बड़े बदलाव किए हैं. AMU ने अब स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई 5 साल की जगह 4 साल में पूरी होगी. अगर किसी स्टूडेंट ने स्नातक में दाखिला ले लिया है, तो उसे परास्नातक में दाखिला लेने की जरूरत नहीं है. स्नातक करने के बाद एक साल का परास्नातक कोर्स हो जाएगा. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने मंगलवाल को हुई अकादमिक काउंसिल की बैठक की शिक्षा नीति के तहत अहम फैसला लिया है.


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4 साल में स्नातक और परास्नातक
मंगलवार को हुई मीटिंग में हर विभाग के चेयरमैन और प्रिंसिपल और डीन शामिल हुए. इस बैठक में 7 बिंदुओं पर बात हुई. प्राक्टर एम वसीम के मुताबिक अभी तक AMU में बीए और एमए की पढ़ाई पांच साल में पूरी होती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. बीए में दाखिला लेने के बाद विद्यार्थियों को एमए में दाखिला नहीं लेना होगा. यही फॉर्मूला बीएसएसी-एमएससी और बीकॉम-एमकॉम में लागू होगा. 


बीए की डिग्री में नहीं हुआ बदलाव
वसीम अली के मुताबिक बीए की डिग्री पहले की तरह ही पूरी होगी. लेकिन इस बार एमए की डिग्री में बदलाव किया गया है. एमए की डिग्री 1 साल में पूरी होगी. दूसरे स्नातक और परास्नातक कोर्स में भी यही व्यवस्था रहेगी. वसीम अली ने जानकारी दी कि वीमेंस कॉलेज में बीए करने वाली लड़कियां अब एमए की पढ़ाई खास कैंपस में करेंगी. दो साल के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा खत्म हो जाएंगे.


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दूसरी यूनिवर्सिटियो में मिलेगा दाखिला
बैठक में फैसला लिया गया है कि इसके लिए एक कमेटी बनेगी. ये कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी. कुलपति इस पर अपनी मुहर लगाएंगी. नई व्यवस्था नए सत्र से लागू की जाएगी. प्रॉक्टर के मुताबिक एएमयू से बीए करने वाला स्टूडेंट एमए की पढ़ाई करने वाला स्टूडेंट किसी दूसरी यूनिवर्सिटी में बी दाखिला ले सकेगा. वहां भी उसकी पढ़ाई एक साल में ही पूरी होगी.


शिक्षकों को मिली नियकुति
आपको बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 15 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया है. यह नियुक्ति पत्र CRPF कैंप में आयोजित रोजगार मेले में पीएम मोदी की तरफ से वर्चुअल नियुक्ति पत्र दिए गए.