UP Minorities Commission: रमज़ान का महीना शुरू होने में कुछ ही समय रह गया है. रमज़ान  शुरू होने से पहले उत्तरप्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने प्रदेश शासन को पत्र लिखकर अपनी कुछ बातें सामने रखी हैं. साथ ही प्रशासन से रमज़ान के दौरान बुनियादी सुविधा देने की मांग की है. उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफ़ाक़ सैफ़ी ने रमज़ान की बुनियादी बातों को लेकर एक पत्र लिखा है. इस ख़त में मस्जिद में लाउडस्पीकर की आवाज़ को लेकर कहा गया है कि न्यायालय और उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से जो मानक तय किए गए हैं उसके अनुसार ही लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है.


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"कोर्ट की गाइडलाइन पर पालन, न उतारे जाएं लाउडस्पीकर"
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफ़ाक़ सैफ़ी ने प्रदेश शासन को लिखे अपने ख़त में कहा कि रमज़ान का महीना शुरू होने वाला है. कई ज़िलों से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि निर्धारित आवाज़ के बावजूद लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से कहा कि कोर्ट और यूपी प्रशासन के मानकों पर पालन किया जा रहा है ऐसे में निर्धारित आवाज़ वाले लाउडस्पीकर मस्जिद से न उतारे जाएं. साथ ही उन्होंने लिखा कि ईदगाह और मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त की जाए और स्ट्रीट लाइट का बेहतर इंतेज़ाम कराया जाए.



"मस्जिदों के आस-पास सुरक्षा के पुख़्ता इंतेज़ाम कराए जाएं"
अशफ़ाक़ सैफ़ी ने पत्र में लिखा कि रमज़ान के महीने में हर रात तरावीह की नमाज़ अदा की जाती है, इस दौरान काफ़ी बड़ी तादाद में लोग मस्जिदों में नमाज़ अदा करने आते हैं. ईद के दिन ईदगाह और मस्जिदों में बड़ी तादाद में नमाज़ी मौजूद रहते हैं. इसको देखते हुए ईदगाह और मस्जिदों के आस-पास सुरक्षा के पुख़्ता इंतेज़ाम कराए जाएं. अध्यक्ष ने कहा है कि रमज़ान मुसलमानों के लिए इबादत करने का ख़ास मौक़ा होता है. इस महीने में हर मुसलमान इबादत करता है. ऐसे में रमज़ान के अवसर पर यूपी के सभी ज़िलों के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में स्थित मस्जिदों के आसपास सफ़ाई और सहरी व इफ़्तार के वक़्त नियमित रूप से बिजली व पानी की सप्लाई की जाए. 


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