UP News: भारतीय निर्वाचन आयोग ने देश के पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई है. लेकिन इन दिनों यूपी में राजनीति का बाजार गर्म है, क्योंकि यूपी के सपा नेता और पूर्व मंत्री आजम खान समेत उनके बेटे अबदुल्ला आजम और बीवी को एक मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई है. फिलहाल तीनों जेल में बंद है. अब सपा नेता के सपोर्ट में कांग्रेस पार्टी भी सामने आई है.     


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यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक कमिटी ने कहा, "हम नवंबर में पार्टी की अल्पसंख्यक समिति की आगामी बैठक में भाजपा शासन के तहत आजम खान सहित मुसलमानों के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों पर बातचीत करेंगे, जिसमें हमारे वरिष्ठ नेता भी मौजूद होंगे और उसके बाद हम अपना आउटरीच शुरू करेंगे." 


इस कदम से कांग्रेस पार्टी उन मुसलमानों को साधने में जुट गई है, जो अयोध्या में हुए आंदोलन के दौरान समाजवादी पार्टी की तरफ चले गए थे. कांग्रेस इस बहाने में यूपी के मुसलमानों को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वह  "उन सभी लोगों के लिए अपनी आवाज उठाने के लिए तैयार हैं, जो पार्टी लाइनों से परे BJP के तहत शोषित महसूस करते हैं"   


कांग्रेस खोई हुई जमीन को तलाशने की कोशिश में  
जानकारों का मानना है कि, कांग्रेस सपा नेता के सपोर्ट में खड़े होकर अपनी खोई हुई जमीन को पाने के लिए ये कदम उठा रही है. वहीं सपा नेता के सपोर्ट में पार्टी मजबूती से खड़ी नहीं हुई है, जिसकी वजह से मुसलमानों का कुछ समय से सपा खिलाफ नाराजगी बढ़ी है. लेकिन कुछ वक्त पहले पांच राज्यों के एसंबली इलेक्शन के रिजल्ट आने के बाद कई मुस्लिम नेता कांग्रेस में चले गए हैं और कई नेताओं को कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है.


कांग्रेस मुसलमानों को जोड़ने के लिए बनाई ये योजना
कांग्रेस ने नवंबर में होने वाली बैठक के बाद मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने के लिए कैंपेन शुरू करने की योजना बनाई है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "हम आजम खान के लिए लड़ेंगे. वह भले ही सपा के साथ हों लेकिन हम उनके लिए लड़ेंगे."


पॉलिटिकल एक्सपर्ट का मानना ​​है कि INDIA गठबंधन में सपा बहुत बड़ी सहयागी है, इसलिए कांग्रेस को आजम खान के मुद्दे पर कांग्रेस को सावधान रहना होगा.