पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग हुई तेज, परीक्षार्थियों का आंदोलन जारी; अखिलेश और प्रियंका ने किया सपोर्ट
UP News: कॉम्पिटिटिव स्टूडेंट्स ने इल्जाम लगाया कि इस एग्जाम के लिए दूसरे जिलों में सेंटर बनाए जाने से इस तरह की गड़बड़ी हुई. छात्रों की मांग है कि यह एग्जाम को कैंसिल की जाए और UPPSC के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए.
UP News: उत्तर प्रदेश के अगल-अलग जिलों में 17 और 18 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी. लेकिन इस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने खबर आई थी. अब इसके विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट के सामने बैठ गए हैं. छात्रों की मांग है कि यह एग्जाम को कैंसिल की जाए और UPPSC के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए.इसी बीच आंदोलन कर रहे छात्रों के समर्थन में पूर्व सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस सेक्रेटरी प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
कॉम्पिटिटिव स्टूडेंट्स ने इल्जाम लगाया कि इस एग्जाम के लिए दूसरे जिलों में सेंटर बनाए जाने से इस तरह की गड़बड़ी हुई. दूसरी तरफ, राजधानी लखनऊ में भी यूपी पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड की तरफ से आयोजित की गई सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को हजारों कैंडिडेट्स ने लखनऊ के ईको गार्डेन में एहतजाज किया.
बोर्ड ने कहा
उन्होंने भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए फिर से एग्जाम कराने की मांग की. एहतजाज की जगह पर पीएसी समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहे. वहीं, बोर्ड की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक, 17 व 18 फरवरी को चार पालियों में हुई सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा से जुड़े अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कुछ प्रश्न पत्रों के संबंध में सूचनाएं आ रही हैं. कैंडिडेट्स द्वारा अलग-अलग जिलों में इसे लेकर प्रत्यावेदन दिए जा रहे हैं.
'BJP किसी भी परीक्षा को पूरा नहीं करना चाहती है'; अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 'एक्स'पर एक पोस्ट में लिखा, "इलाहाबाद लोकसेवा आयोग पर प्रतियोगी छात्रों का जो आंदोलन चल रहा है हम उनके साथ हैं. दरअसल,BJP किसी भी परीक्षा को पूरा नहीं करना चाहती है क्योंकि उसके बाद नौकरी देनी होगी और नौकरी में रिजर्वेशन देना होगा.BJP न नौकरी देना चाहती है,न रिजर्वेशन. यूथ कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा."
'क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर'; प्रियंका गांधी
वहीं, कांडिडेट्स के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, "फिर से परीक्षा, फिर से परीक्षा. बस एक बार सोच कर देखिए- 50 लाख से ज्यादा नौजवानों ने फॉर्म भरा. यह प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी. 400 रुपये का एक फॉर्म था. 48 लाख एडमिट कॉर्ड जारी हुए. और परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया. क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर? ऐसा ही RO एग्जाम में हुआ. पेपर लीक हो गया."
प्रियंका ने कहा, "उप्र के एक-एक गांव में यह चर्चा हो रही है. सरकार सो रही है. लड़के-लड़कियां इलाहाबाद, मेरठ से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं और पुर्नपरीक्षा की मांग कर रहे हैं. सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है. कौन कराता है ये पेपर लीक? कैसे होता है ये पेपर लीक? चाँद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता, जहां एक नौजवान की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े!!"