पटनाः बिहार के कुछ इलाकों और कुछ जातियों में ’पकड़वा विवाह’ विवाह की प्रथा आज भी कायम है. इस प्रथा में किसी योग्य लड़के का अपहरण का जबरन उसका विवाह किसी लड़की से करा दिया जाता है. इसे लड़के और लड़की की कोई मर्जी नहीं चलती है. बस अभिभावक ही सब कुछ तय करते हैं. ज्यादातर मामलों में नौकरी पेशा, कमाने खाने या फिर मालदार लड़कों के साथ ऐसा होता है. ताजा मामला बिहार के बेगूसराय जिले का हैं, जहां एक पशु चिकित्सक का पकड़वा विवाह करा दिया गया है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 



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लड़की वालों ने किया अपहरण 
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि बिहार के बेगूसराय जिले से में एक पशु चिकित्सक का अपहरण कर उसकी जबरन शादी कराई गई. जानकारी के मुताबिक, तेघरा थाना क्षेत्र के पिधौली गांव के रहने वाले पशु चिकित्सक सत्यम कुमार झा सोमवार दोपहर मवेशियों के इलाज के लिए गए थे, तभी कुछ लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया और जबरन एक लड़की से शादी करवा दी.

विवाह के बाद लड़के के पिता को भेजी गई वीडियो क्लिप 
सत्यम के पिता सुबोध कुमार झा ने बताया कि जब सत्यम शाम तक घर नहीं लौटा, तो हमने उसकी खोजबीन शुरू कर दी. वह रात में भी नहीं लौटा. मंगलवार की सुबह, मेरे फोन पर एक वीडियो क्लिप आई, जिसमें मेरा बेटा एक लड़की के साथ बैठा था और उसकी शादी हो रही थी. झा ने कहा कि हमने इस संबंध में तेघरा पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. तेघरा थाने के एसएचओ ने कहा कि हमें पकड़वा शादी से संबंधित शिकायत मिली है. मामले की जांच चल रही है.

क्यों होता है ’पकड़वा विवाह’  
इलाके के समाजिक कार्यकर्ता डॉ. विकास रंजन कहते हैं, उंची जातियों में ऐसे मामले तब देखने को मिलते हैं, जब कोई सरकारी नौकरी वाला या वेलसेटल्ड लड़का शादी में ज्यादा दहेज की मांग करता है. ऐसे में अगर लड़की पक्ष दबंग होता है और लड़का वाला उसके मुकाबले में थोड़ा सीधा और शरीफ होता है, तो लोग जबरन पकड़कर लड़के का विवाह करा देते हैं. हालांकि ऐसे मामले अब बिहार में बहुत कम देखने को मिलते हैं. 


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