नई दिल्ली: कर्नाटका के मांड्या जिले के श्रीरंगपटना में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने धारा 144 का उल्लंघन किया और जामा मस्जिद के सामने धरणा दिया. उनकी मांग के कि उन्हें मस्जिद सौंप दी जाए. इन कार्यकर्ताओं का दावा है कि यहां पहले हनुमान मंदिर था जिसे 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान ने ध्वस्त कर दिया था. 


वीएचपी कार्यकर्ताओं ने लगाए जय श्री राम के नारे


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आपको बता दें पूरे शहर में धारा 144 लागू है, लेकिन इसके बावजूद धरणा दिया गया और साथ  ‘श्रीरंगपटना चलो’ के आह्वान पर हिंदू कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल रैली निकाली. इस दौरान कार्यकर्ताओं मे भगवा गमछा और भगवा पगड़ी पहनी हुई थी और हाथों में झंडे थामें हुए थे और जय श्री राम के नारे लगा रहे थे. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियो को मस्जिद तक विरोध मार्च नहीं निकालने दिया गया.


इस प्रदर्शन में शामिल बजरंग दल के एक कार्यकर्ता मंजूनाथ ने न्यूज एजेंसी को बताया कि यह मस्जिद पहले गोपुरम से युक्त एक हनुमान मंदिर था, लेकिन टीपू सुल्तान ने इसे तोड़ कर जामिया मस्जिद में बदल दिया. कार्यकर्ता ने दावा किया, ‘‘मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारक है, जहां कानून के मुताबिक किसी को भी रहना नहीं चाहिए. हालांकि, कुछ बांग्लादेशियों समेत 100 लोग वहां रहते हैं और वहां एक मदरसा भी चलता है, जो कानून के खिलाफ है.’’ 


कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे


उन्होंने कहा, कि यह काफी दुख की बात है कि इस उल्लंघन पर जिला प्रशासन चुप है. उन्होंने आगे कहा कि दक्षिणपंथी संगठन कर्नाटक हाई कोर्ट जाएंगे और अधिकारियों को यह मस्जिद हिंदुओं देने की मांग करेंगे. अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों से एएसआई को अवगत कराया जाएगा.


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