UP के मदरसों में अभी इतवार के बजाए शुक्रवार को ही रहेगा साप्ताहिक अवकाश
Weekly holiday in Madarsa is on Friday: मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि प्रदेश में सर्वे में गैर मान्यता प्राप्त पाए गए करीब 8500 मदरसों के लिए शासन की इजाजत से मान्यता की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी.
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मदरसों में शुक्रवार को होने वाली साप्ताहिक अवकाश को लेकर जारी विवाद के बीच सरकार ने कहा है कि इसमें परिवर्तन को लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने तक मरदसों में शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी जारी रहेगी. राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी साल 2023 के अवकाश कैलेंडर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मदरसों में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को रहेगा.
शैक्षणिक कैलेंडर मार्च 2023 में जारी किया जाएगा
साप्ताहिक अवकाश को जुमे के बदले इतवार को करने के सुझाव पर जनवरी में किसी वक्त चर्चा होने की संभावना है. तब तक साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को ही पहले की तरह जारी रहेगा. मदरसा बोर्ड के सद्र इफ्तिखार अहमद जावेद ने छुट्टियों का कैलेंडर जारी करने के बाद कहा, ’’मदरसों में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अगले साल का कैलेंडर जारी कर दिया गया है, जबकि शैक्षणिक कैलेंडर मार्च 2023 में जारी किया जाएगा.
2023 में मदरसों में 75 छुट्टियां
इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि 2023 में मदरसों में 75 छुट्टियां होंगी, जिनमें रमजान के 36 दिन और ईद-उल-फितर की छुट्टिं भी शामिल होंगी. उत्तर प्रदेश अशासकीय अरबी और फारसी मान्यता प्रशासन और सेवा नियमन-2016 में संशोधन पर चर्चा के लिए पिछले सप्ताह मदरसा बोर्ड द्वारा बुलाई गई बैठक में मदरसों के साप्ताहिक अवकाश को शुक्रवार की बजाय इतवार को करने समेत कई सुझाव आए थे, जिसके बाद इसको लेकर काफी बवाल मच गया था.
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को मिलेगी मान्यता
वहीं, उत्तर प्रदेश में निजी मदरसों की सर्वे रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के प्रमुख ने कहा है कि एक बार फिर गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को मान्यता देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि सर्वे में गैर मान्यता प्राप्त पाए गए करीब 8500 मदरसों के लिए शासन की इजाजत से मान्यता की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग मदरसा बोर्ड से मान्यता चाहते हैं उन्हें इसके लिए आवेदन करना होगा.’’ उत्तर प्रदेश में 10 सितंबर से 15 नवंबर तक हुए सर्वे में 8500 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए थे.
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