West Bengal News: पश्चिम बंगाल में एक गैर कानूनी पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से 7 लोगों की मौत हो गई.  घटना बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर पुलिस थाना इलाके में हुई है. घटना के 
उस वक्त हुई जब कारखाने में कई लोग काम कर रहे थे.


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पुलिस ने बताया, "रविवार सुबह बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में विस्फोट उस समय हुआ जब कोलकाता से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर में दत्तपुकुर पुलिस थाना क्षेत्र में नीलगंज के मोशपोल में कई लोग कारखाने में काम कर रहे थे. घायलों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल है"۔ विस्फोट का असर इतना जोरदार था कि फैक्ट्री मलबे के ढेर में बदल गई. जबकि आस- पास के पक्के मकान को भी पहुंचा है.


पुलिस ने बताया कि अभी भी कई लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं, बचाव कार्य चल रहा है. वहीं अग्निशमन कर्माचारी आग को बुझाने में जुटे हुए हैं और आपदा प्रबंधन विभाग की एक टीम भी मौके पहुंच चुकी है. 


ज्ञात हो कि इससे पहले मई के महीन में एक ऐसा ही मामला सामने आया था. मेदिनीपुर जिले के एगरा में गैर कानूनी पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने की वजह से 12 लोग मारे गए थे.


बीजेपी नेता ने लगाए आरोप
इस हादसे को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि प्रदेश बारूद के खदान में बदल गया है. उन्होंने कहा, "पुलिस के जरिये गैर कानूनी गतिविधियों की कोई निगरानी नहीं की जा रही है. इन पटाखा फैक्ट्रियों को नजदीकी टीएमसी नेताओं का संरक्षण मिला हुआ है."


टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने पीटीआई को बताया कि प्रदेश की सरकार ने एक SIT (विशेष जांच दल) का गठन किया है.  जिसने पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई गैर कानूनी पटाखा फैक्ट्रीयों का भंडाफोड़ किया है. उन्होंने कहा, "अगर कुछ और फैक्ट्रीयां अभी भी गैर कानूनी तौर पर काम कर रही हैं, तो उन्हें भी जल्द ही नष्ट कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कई बार इस तरह के फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने से नजदीकी लोगों गुस्सा भी भड़क जाता है क्योंकि हजारों लोगों का इसी से अपना जीवन यापन करते हैं. लेकिन हम गैर कानूनी पटाखा फैक्ट्रीयों से होने वाले खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं".