Mehbooba Mufti on BJP: जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस और एनसीपी के बीच गठबंधन के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि महबूबा मुफ्ती की पार्टी भी किसी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है, लेकिन पीडीपी की किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो पाया है. इस बीच कयास लगाए जा रहे थे कि महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है. इस बीच पीडीपी की चीफ महबूबा मुफ्ती ने बड़ा बयान दिया है.


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क्या बीजेपी से होगा गठबंधन
उन्होंने जम्मू कश्मीर में बीजेपी के साथ किसी तरह के गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए आज यानी 3 सितंबर को कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी के बिना सरकार गठन संभव नहीं होगा. मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी केवल सरकार बनाने के लिए इलेक्शन लड़ना चाहती है.


उन्होंने यहां पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘1947 से ही ये लोग ऐसा करते आ रहे हैं. इसके अलावा इनका कोई और उद्देश्य नहीं है. ये लोग सिर्फ सरकार बनाने के लिए, मंत्री पद के लिए गठबंधन करते हैं. पीडीपी एक एजेंडे पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी के बिना सरकार गठन संभव नहीं होगा."


जम्मू-कश्मीर में फिर से बनाएंगे सरकार
उन्होंने कहा, ‘‘हमने (2002 में) सिर्फ 16 विधायकों के साथ सरकार बनाई थी. अल्लाह ने चाहा तो इस बार भी पीडीपी के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी.’’ हालांकि, मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी का ध्यान अपने एजेंडे को लागू करने पर ज्यादा है और सरकार गठन पर कम, महबूबा ने 2015 में बीजेपी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई थी. हालांकि उन्होंने इस बार चुनाव के बाद भाजपा से गठजोड़ की संभावना खारिज कर दी.


इसलिए बीजेपी के साथ मिलाया था हाथ- महबूबा
उन्होंने कहा कि पार्टी ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए बीजेपी से हाथ मिलाया था. मुफ्ती ने कहा कि आज कोई गुंजाइश नहीं है. क्योंकि बीजेपी ने उस दिशा में किए गए सभी कोशिशों को निष्फल कर दिया है. बाद में नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेता देवेंद्र सिंह राणा के एक बयान के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने जो कुछ किया, खुलकर किया जबकि इसके विपरीत नेशनल कॉन्फ्रेंस चुपचाप काम करती है. 


बीजेपी नेता को लेकर क्या बोला महबूबा मुफ्ती
राणा ने कहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस 2014 में भाजपा के साथ सरकार बनाना चाहती थी. इस पर मुफ्ती ने कहा, ‘‘हम राम माधव के माध्यम से केंद्र सरकार से बात कर रहे थे, भाजपा से नहीं और सब जानते हैं कि तब सबकुछ खुलकर किया गया. हम एक एजेंडा लाए और उसे लागू किया. हमने उमर (अब्दुल्ला) की तरह चुपचाप ऐसा नहीं किया.’’ 


उन्होंने कहा, ‘‘राणा अब यह बात कह रहे हैं, गुलाम नबी आजाद ने पहले ही कहा था कि वे (नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता) दिल्ली में अंधेरे में उनसे (भाजपा से) मिलते हैं। हम कुछ भी छुपकर नहीं करते. उनकी पार्टी का बीजेपी से कोई संपर्क नहीं है और शायद होगा भी नहीं.