World blood donor day 2023: विश्व भर में खून के कमी हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. अकेले  भारत में खून की कमी से लाखों की जान चली जाती है. हर रोज किसी न किसी अस्पताल में मरीज खून की कमी से मर जाते हैं. और आए दिन सोशल मीडिाय के माध्यम से मरीज के परिजन और दोस्त खून डोनेशन के लिए अपील करते हैं.


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इसी कमी को पूरा करने के लिए हर वर्ष World blood donor day मनाया जाता है. ब्लड की कमा को पूरा करने के हर रोज कहीं न कहीं ब्लड डोनेशन कैम्प लगा रहता है.


कोरोना काल में देखा गया कि खून की कमी से कई लोगों की जान चली गई. लेकिन इस महामारी के दौरान लोगों ने ब्लड डोनेशन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और कई पेशेंट को मौत मुंह से बाहर निकाला.ब्लड डोनेशन से सिर्फ पेशेंट की जान ही नहीं बचती है बल्कि डोनर को कई क्रोनिक बीमारियों से बचाता भी है.लगातार रक्त दान करना शरीर को बहुत लाभ पहुंचाती है. एक प्रयोग में पाया गया है कि ब्लड डोनेशन शरीर के लिए लाभकारी होता है.


ब्लड डोनेशन करते समय इन बातों का रखें ध्यान
ब्लड डोनेशन को लेकर के समाज में अलग अलग भ्रांतियां हैं कि रक्तदान करने से शरीर कमजोर होता है तो इसमें कोई सच्चाई नहीं है. ब्लड डोनेशन करना एक दम सेफ है. हां लेकिन ब्लड डोनेशन करते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.


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ब्लड डोनेशन 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए जिसके बाद आप रक्तदान करें. और साथ ही हिमोग्लोबीन 13 से कम नहीं होना चाहिए.एक स्वस्थ्य शरीर के लिए वजन 50 किग्रा होना चाहिए.और ब्लड प्रेशर, शुगर से ग्रसित नहीं होना चाहिए.और गंभीर बीमारी जैसे , हेपेटाइटिस, एचआईवी संक्रमण ( HIV ), एड्स आदि से संक्रमित ब्लड डोनेशन नहीं कर सकते हैं. एक व्यक्ति सामान्य तौर पर 3 महिने बाद ही ब्लड डोनेशन कर सकते हैं.