भारत मैट्रिमोनी ने `होली` को बताया महिलाओं के खिलाफ; लोग `हलाला` पर पूछ रहे सवाल
मैट्रिमोनियल वेबसाइट भारत मैट्रिमोनी के एक नए वीडियो पर बवाल मच गया है, जिसमें होली को महिला विरोधी त्योहार बताया गया है. इस कंपनी के मुस्लिम कंटेंट हेड के खिलाफ लोगों ने सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया है.
नई दिल्लीः मैट्रिमोनियल वेबसाइट भारत मैट्रिमोनी ने होली और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक वीडियो जारी किया है, जिसके बाद लोग उसे ट्रॉल कर रहे हैं और उसके बहिष्कार की मुहिम चला रहे हैं.
दरअसल, मैट्रिमोनियल वेबसाइट भारत मैट्रिमोनी ने होली के मौके पर मंगलवार की रात 12 बजे एक लेटेस्ट वीडियो जारी किया था, जो एक कमर्शियल वीडियो था. इसे लेकर ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर युद्ध छिड़ गया है.नेटिज़न्स ने वेबसाइट पर होली के खिलाफ विज्ञापन बनाकर हिंदू भावनाओं को आहत करने का इल्जाम लगाया है.
भारत मैट्रिमोनी ने अपने वीडियो में कहा है, "कई महिलाओं ने उत्पीड़न वाले इस होली के त्योहार को मनाना बंद कर दिया है. इस वीडियो को देखें होली ने महिला की जिंदगी को कितना कठिन बना दिया है. इस होली, आइए महिला दिवस मनाएं, और उन्हें हर दिन सुरक्षित रहने का अनुभव कराएं. वायरल विज्ञापन ने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश पैदा कर दिया, ट्विटर पर बॉयकॉट भारत मैट्रिमोनी ट्रेंड कर रहा है. एक यूजर ने ट्वीट किया, शर्म की बात है कि भारत मैट्रिमोनी अपने एजेंडे को चलाने के लिए होली जैसे हिंदू त्योहार का इस्तेमाल किया है."
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, “एक विशिष्ट, धर्मांध, विज्ञापन..विज्ञापन को जल्द से जल्द हटा दें..इससे पहले कि आपकी साइट बंद हो जाए..
भारत मैट्रिमोनी ने अभी तक ट्विटर पर प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.
खास बात यह है कि इस विज्ञापन को बनाने वाला कंटेंट हेड एक मुस्लिम है, जिसका नाम अली हैदर आमिर है. इस वजह से विरोध और ज्यादा बढ़ गया है. लोग अली हैदर से निकाह, मुताह निकाह, हलाला, तलाक और इरान में होनी वाली मुस्लिम महिलाओं की मौतों पर सवाल पूछ रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले उत्पीड़न के खिलाफ भी कभी अपनी आवाज उठाओ.
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