Men Talaq Party in Bhopal: फिल्मों में ब्रेक अप पार्टी आपने देखा या इसके बारे में सुना होगा, जिसमें शादी के पहले गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड एक दूसरे से अलग होने के पहले पार्टी करते हैं और इस ब्रेकअप पार्टी को दोस्तों के साथ एनजॉय करते हैं. अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक खबर आई है, जिसमें कुछ शादी-शुदा पुरुष अपनी पत्नियों को तलाक देने के बाद तलाक पार्टी का आयोजन कर रहे हैं और बाजाब्ता इसके लिए कार्ड भी छपवाया गया है. यह कार्ड सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. 

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भाई वेलफेयर सोसाइटी कर रहा है आयोजन 
मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में एक गैर सरकारी संगठन उन 18 विवाहित पुरुषों के लिए एक शानदार पार्टी यानी ‘विवाह विच्छेद समारोह’ का आयोजन कर रहा है, जिन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अपनी जीवन साथी को तलाक देकर उन्हें अब भारी भरकम गुजारा भत्ता दे रहे हैं. इस कार्यक्रम का आयोजन 2014 से पंजीकृत एनजीओ ‘भाई वेलफेयर सोसाइटी’ की जानिब से 18 सितंबर को राजधानी के बाहरी इलाके में एक रिसॉर्ट में किया जा रहा है. 

18 तलाकशुदा पुरुष लेंगे पार्टी में हिस्सा 
संगठन के संयोजक जकी अहमद ने इतवार को बताया कि हम ऐसे पतियों के लिए यह प्रोग्राम कर रहे हैं, जिनकी पत्नियां उन्हें तलाक दे चुकीं हैं. उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह का यह पहला आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि तलाकशुदा 18 पुरूष इस प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे. अहमद ने कहा कि इंजीनियर, चिकित्सक और अन्य कामकाजी पेशेवर, जो पूर्व में इस तरह के मामलों के शिकार हुए हैं, इस संगठन के सदस्य हैं.  

गेट-टुगेदर पार्टी थी, जिसका निमंत्रण पत्र हो गया वायरल 
अहमद ने बताया, ‘‘यह एक गेट-टुगेदर आयोजन होना था, लेकिन एक छोटे समूह के लिए आयोजित इस विवाह विच्छेद समारोह कार्यक्रम का निमंत्रण कार्ड किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. अब मुझे उन लोगों के फोन आ रहे हैं, जो इसका विरोध कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह भारतीय संस्कृति के खिलाफ है.’’ जकी अहमद ने कहा कि अगर ऐसे लोग हमारे इस समारोह के किसी भी कार्यक्रम पर ऐतराज जताते हैं, तो संगठन उनकी आपत्तियों का निवारण करेगी. 

कौन हैं इस संगठन के सदस्य 
अहमद ने बताया कि समूह के लोग लंबी लड़ाई के बाद पहले से ही अपने तलाक का जश्न मना रहे हैं. वे लोग अपनी पूर्व पत्नियों को गुजारा भत्ता भी दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम तलाक का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन एक खराब और बेमेल शादी घरेलू हिंसा, उत्पीड़न और कभी-कभी आत्महत्या की तरफ ले जाती है. हम मकसद इसे रोकना है. हमारा संगठन ऐसे लोगों को मुफ्त कानूनी मदद दे रहा है और उन्हें कठोर कदम उठाने से रोकने के लिए काउंसेलिंग कर रहा है.’’ 


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