Salma Al Sehbab: हमारे यहां ट्वीट करने बेहद आसान है और उस ट्वीट में हम कुछ भी लिखकर पोस्ट कर देते हैं. यह भी नहीं सोचते कि हम जो ट्वीट में लिख रहे हैं वो जब मंजरे आम पर जाएगा तो उसका क्या असर होगा? हम सब के लिए यह सोचना बेहद जरूरी है. क्योंकि समाज में शांति रहे इसके लिए हम लोगों को भी अहम किरदार अदा करना चाहिए. ये सब हम आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि सऊदी अरब में एक महिला को ट्वीट की वजह से 34 साल की सजा सुनाई गई है. 


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खबरों के मुताबिक सऊदी अरब की एक महिला को इसलिए 34 साल की सजा सुना दी गई है क्योंकि उसने सऊदी महिलाओं के हक को लेकर कई ट्वीट-रिट्वीट किए थे. महिला का नाम सलमा अल शेहबाब बताया जा रहा है. जिनके दो बच्चे भी हैं. एक बच्चे की उम्र करीब 4 तो दूसरे 6 साल बताई जा रही है. सलमा लगातार जेल में बंद कुछ एक्टिविस्ट के हक में आवाज़ उठाये जा रही थीं. 


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पहले सुनाई गई थी 6 साल की सजा


एक खबर के मुताबिक महिला को सलमा अल शेहबाब को पहले 6 साल की जेल हुई थी. लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया. सोमवार को सऊदी में टेररिज्म से जुड़ी एक अदालत ने सलमा की सजा को 6 साल की बजाए 34 साल कर दिया. इतना ही नहीं अदालत ने कहा है कि सजा मुकम्मल होने के बाद सलमा 34 साल के ट्रैवल बैन भी झेलेंगी. सलमा की गिरफ्तारी साल 2021 में हुई थी. वह ब्रिटेन में रहकर Phd की पढ़ाई कर रही थी. 


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क्या था ट्वीट्स में:


खबरों के मुताबिक सलमा ने जेल में बंद महिला वर्कर्स की रिहाई की मांग की थी. इनमें Loujain Al Hathloul का नाम भी शामिल है. उन्होंने Loujain की बहन के ट्वीट को रिट्वीट भी किया था. 


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