Turkey Syria Earthquake: तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप की तस्वीरों ने सारी दुनिया के दिलों को झकझोर दिया. कहीं बुजुर्ग तो कहीं कोई बच्चा मलबे में दबा हुआ मिला. जिनमें से बहुत लोगों को बचाया भी गया. लोगों बचाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के दौरान कई ऐसी कहानियां निकलकर सामने आईं जिनके बारे में जानकर या पढ़कर दिल और अफसुर्दा हो जाता है. हाल ही में एक और ऐसी ही कहानी सामने आई है. 


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दरअसल सीरिया के भूकंप प्रभावित अलेप्पो (हलब) इलाके में राहतकर्मियों को घर के मलबे में तो कोई जिंदा नहीं मिला लेकिन एक लड़की की डायरी मिली, जिसने इस इलाके के निवासियों की पूरी दुखद कहानी कह दी. अलेप्पो सीरिया का एक ऐसा इलाका है जो पिछले 10 सालों से घेराबंदी और गृहयुद्ध की चपेट में है. डायरी की जांच करने पर पता चला है कि यह एक ऐसी लड़की की है जिसकी उम्र का पता नहीं चल पाया है.


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लड़की की डायरी में लिखी गई एक लाइन ने उस इलाके के तमाम दुखों को जाहिर कर दिया. लड़की ने अपनी डायरी में लिखा है कि 'किसी चीज की चाहत नहीं बची है.' कुछ शब्दों वाले इस वाक्य ने दुनिया को अलेप्पो के सीरियाई परिवारों की हकीकी हालत बता दी है कि कैसे राजनीतिक स्थिति ने उनके जीवन को कठिन बना दिया है. 


डायरी ढूंढने वाले रेस्क्यू वर्कर का कहना है, 'हमारी बड़ी ख्वाहिश थी कि मलबे के नीचे लोगों को जिंदा ढूंढा जाए.' उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि हमें वहां से कोई जिंदा नहीं मिला, सिर्फ यही डायरी मिली है. जिसके मालिक का अभी पता नहीं चल पाया है।


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