सांप दिवस

आज World Snake Day है. इस दिन को लोग सांप के प्रति जागरुकता के तौर पर मनाते हैं. इस खबर में हम आपको बता रहे हैं कि अगर सांप काट ले तो आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए.

सांप काटने का लक्षण

सांप काटे हुए स्थान पर दो या सिंगल डॉट के अलावा वो जगह सूज जाता है. काटे स्थान पर त्वचा का रंग नीला, काला या गुलाबी हो सकता है, जो बाकि त्वचा के रंग से अलग दिखाई देगा.

शांत बैठ जाएं

सर्पदंश का तस्दीक होते ही.. पहले मरीज का चलना- फिरना, दौड़कर भागना बंद कर दें. जो जहां है, वहीं स्थिर हो जाए. सर्पदंश वाले अंग का मूवमेंट बिलकुल बंद कर दें. दिल से इस बात को निकाल दें कि आप की जान खतरे में है.

धातु न पहनें

हाथ, ऊंगली या पांव में अगर कोई धातु या अधातु का कोई आभूषण, कड़ा, चूड़ी, अंगूठी, बिछुआ, पायल, घड़ी, धागा-वागा हो तो सभी को निकाल दें. सर्पदंश वाले स्थान को अपने ह्रदय के पोजीशन से नीचे रखें.

पट्टी बांधें

अगर समय और साधन मौजूद हो तो सांप काटे वाले स्थान से ४ से 6 इंच ऊपर कोई कपड़ा या पट्टी बांध दें. इसे ज्यादा टाइट भी नहीं बांधना है. ऐसा बांधना है कि उसमे पेन घुसाया जा सके. अगर कोई लकड़ी हो तो उसके ऊपर से कपड़ा बांध दें.

सांप की पहचान

संभव हो तो सांप की तस्वीर ले लें. मरे या जीवित सांप का साफ़ फोटो खींच लें, जिससे उसकी पहचान की जा सके. लेकिन जान जोखिम में डालकर ऐसा बिलकुल न करें. ऐसा न होने पर भी पूरा उपचार संभव है. बस अस्पताल पहुँचने की जल्दी करें.

जल्दी अस्पताल पहुंचें

जो सवारी मिले उससे अस्पताल निकल जाएं. अम्बुलेंस, कार, बाइक, साईकिल जैसे भी हो. अस्पताल पहुंचने की कोशिश करें. अस्पताल पैदल जान से परहेज करें. बाइक पर बैठकर जाना पड़े तो मरीज को बीच में बैठाएं.

किस अस्पताल में जाएं?

सर्पदंश के शिकार मरीज को लेकर सरकारी जिला अस्पताल, सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, ब्लाक में मौजूद अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, या किसी बड़े निजी हॉस्पिटल जाया जा सकता है.

ये न करें

सर्पदंश वाले स्थान को धोना, दबाना, सेंकना, पोछना, उसपर पट्टी बांधना, dettol या कोई aniceptic क्रीम लगान खतरनाक हो सकता है. सांप काटने वाले स्थान को मुंह से न चूसें. पीड़ित व्यक्ति को कुछ भी खाने-पीने को न दें झाड़-फूंक, दुआ-तावीज न कराएं.

मुआवजा

अगर कभी किसी को सांप काट ले और उसकी मौत हो जाए तो, उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा की सरकार 4 लाख का मुआवजा भी देती है. इसके लिए मृतक का Postmortem रिपोर्ट देना होता है.

नोट

यहां दी गई जानकारी डॉक्टर से बातचीत और सर्प विशेषज्ञ सुनील कुमार सेंक्रेटिक की किताब 'समथिंग सर्पीला' के तथ्यों पर आधारित है.

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