आज वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे है. इस साल की थीम "मेज़र योर ब्लड प्रेशर एक्युरेटली, कंट्रोल इट, लिव लॉन्गर" है.

मकसद

हर साल 17 मई को पूरे विश्व में 'वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे' मनाया जाता है. इसका मकसद हार्ट-अटैक और हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए जागरुकता पैदा करना है

उयाय

इस खास मौके पर जानें आखिर यह क्यों होता है और इससे बचने के क्या-क्या उयाय हैं.

WHO के मुताबिक

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, भारत में 188.3 मिलियन लोग हाई ब्लड प्रेशर से प्रभावित हैं, लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें पता ही नहीं होता है की उन्हें ये समस्या है.

लक्षण

हाई ब्लड प्रेशर के कोई शुरूआती लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन BP हाई होने पर सर के अगले हिस्से में लगातार दर्द और भारीपन, सांस लेने में कठिनाई, नाक से खून आना और चलने में पाँव में लडखडाहट होना इसके आम लक्षण हैं .

डॉ चंद्रभान मीणा ने कहा

SMS हॉस्पिटल कार्डियोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉ चंद्रभान मीणा ने कहा कि ब्लड प्रेशर दिन में कई बार बढ़ता है, लेकिन ये लंबे अंतराल तक रहता है तो ये सेहत के लिए खतरनाक है.

कारण

मोटापा, सिगरेट, शराब, चाय- कॉफ़ी, बहुत ज्यादा तला-भुना, नमक, मांस और अंडे का अत्यधिक सेवन और तनाव लेने से ये बढ़ता है. आरामतलब जीवन भी इसे बढाने में मदद करता है.

हार्ट फेल्योर-स्ट्रोक

डॉ चंद्रभान मीणा ने कहा कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक, किडनी फेल होना, अनिद्रा जैसी बीमारियां हो सकती है.

इससे कैसे बचें

डॉक्टर ने कहा कि इससे बचने के लिए दवा समेत, खान- पान और अपने जीवनशैली के साथ तनाव जैसी चीजों पर खासतौर पर ध्यान देने की जरूरत है.

सबसे गंभीर चिंता

आज के वक्त में अनियंत्रित हाई ब्ल्ड प्रेशर नि:संदेह सबसे गंभीर हेल्थ चिंताओं में से एक है. यह रक्त की धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाने के कारण होता है.

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