UN on Houthis: संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने कहा है कि वे हूती के प्रमुख शहरों में बढ़ती अशांति को लेकर बेहद चिंतित हैं, जहां इस साल के पहले महीने में 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं या घायल हुए हैं. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCH) ने राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस और अन्य प्रमुख शहरों में हताहतों की संख्या के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का हवाला दिया, जो दो साल के वक्त में सबसे ज्यादा है.


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3 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित
ओसीएचए ने शुक्रवार को कहा, "हाल के दिनों में, प्रदर्शनों के बीच घातक हिंसा के फैलने से मानवीय कामों में बड़ी बाधाएं आई हैं, इससे जरूरतमंद नागरिकों, खासकर विस्थापन स्थलों पर नागरिकों तक पहुंचने की हमारी योजनाएं प्रभावित हुई हैं. देश भर में 313,000 से अधिक लोग विस्थापित हैं." 


इसलिए मुश्किल है जिंदगी
मानवतावादियों ने कहा कि सड़क अवरोध और आंदोलन प्रतिबंध स्वास्थ्य कर्मियों को प्रभावित करते हैं और जरूरी सामाजिक सेवाओं तक पहुंच से रोकते हैं. श‍िन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सड़कों और बंदरगाहों तक पहुंचने में कठिनाइयों का असर जीवन रक्षक राहत वितरण पर भी पड़ता है.


महंगाई भी बढ़ी
मानवतावादियों ने कहा कि पोर्ट-औ-प्रिंस और अन्य शहरी इलाकों सहित देश भर में 1,000 से ज्यादा स्कूल जनवरी के मध्य में गिरोह विरोध प्रदर्शनों की वजह से अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए. ओसीएचए ने कहा कि देश में हिंसा की वजह से खाद्य पदार्थों की कीमत करीब 25 फीसदी तक बढ़ गयी हैं.


अमेरिका व ब्रिटेन ने किया हमला
इस बीच मीडिया ने बताया कि अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन ने यमन के उत्तरी प्रांत सादा में हौथी ठिकानों पर दो हवाई हमले किए हैं. हौथी द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी ने शुक्रवार को कहा कि हमलों में उत्तरी सीमावर्ती जिले बाकिम के अल-कुतायनात इलाके को निशाना बनाया गया. अल-मसीरा टीवी के अनुसार, ये हमले पश्चिमी बंदरगाह शहर होदेइदाह में कई स्थानों पर हौथी स्थलों को निशाना बनाकर शुक्रवार तड़के किए गए सिलसिलेवार हवाई हमलों के कुछ घंटों बाद हुए.