नई दिल्लीः  जर्मनी से मोटारसाइकिल से सउदी अरब के मक्का शहर में उमरा करने पहुंचे एक शख्स का इंतकाल हो गया. इसमें अफसोसनाक बात यह है कि वह शख्स उमरा नहीं कर पाया, मस्जिद तक पहुंचते ही उसकी मौत हो गई.


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गल्फ न्यूज के मुताबिक, जर्मनी के हम्स शहर से ताल्लुक रखने वाला 53 साला शख्स गाजी जासिम शहादा ने 73 दिन का सफर तय कर जर्मनी से मक्का पहुंचा था. बताया जा रहा है कि उसकी मौत के बाद मस्जिद में ही उसके जनाजे की नमाज अदा की गई और उसे मक्का मकर्रमा में ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया.
गौरतलब है कि भारत के केरल का रहने वाला सिहाब नाम का एक युवक भी पिछले कई माह से हज यात्रा के लिए केरल से सउदी अरब तक के लिए पैदल सफर तय कर रहा है. बीच में उसकी यात्रा को पाकिस्तान सरकार ने अनुमति नहीं दी थी, जिसके बाद वह बाघा वार्डर पर रुक गया था. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद सरकार ने उसे पाकिस्तान की सीमा में दाखिल होने की इजाजत दी है, जिसके बाद वह अभी पाकिस्तान में पैदल यात्रा कर रहा है.


इससे पहले पाकिस्तान के ही 25 युवाओं के एक दल ने बाइक से सउदी अरब की यात्रा की थी. उमरा करने के लिए बाइक से निकला यह दल 6 देशों की सीमाओं से गुजरते हुए लगभग 14 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर मक्का शहर पहुंचा था. इस पाकिस्तानी दल को ईरान, इराक, कुवैल और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों से होकर सउदी अरब पहुंचना पड़ा था. 
इससे पहले भी कई लोग इस तरह के कारनामे कर चुके हैं. पिछले साल अफगानिस्तान से कुछ लोगों का दल साइकिल से ही उमरा करने सउदी अरब की यात्रा पर निकला था, जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ था. हांलाकि, यह दल सउदी पहुंचा या नहीं इस बारे में बाद में कोई रिपोर्ट नहीं आ पाई.  


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