Bangladesh Election: भारत, रूस, चीन-एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के कई देशों ने प्रधानमंत्री के तौर पर चौथी बार इलेक्शन जीतने पर शेख हसीना को मुबारकबाद दी. संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और ब्रिटेन ने चुनावों में ‘‘आजाद या निष्पक्ष नहीं’’ होने पर अपनी आपत्ति जाहिर की. अहम अपोजिशन बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की तरफ से बहिष्कार किए गए इलेक्शन में निवर्तमान प्रधानमंत्री हसीना की अवामी लीग (AL) ने रविवार को 300 सदस्यीय संसद में 223 सीटें जीतीं.


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अमेरिका ने जताया अफसोस
बांग्लादेश सरकार ने इलेक्शन का ऑब्जर्वेशन करने के लिए भारत और दूसरे देशों के साथ-साथ बहुपक्षीय संगठनों से बड़ी तादाद में विदेशी पर्यवेक्षकों को बुलाया था. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका दूसरे पर्यवेक्षकों के साथ यह बात साझा करना चाहता है कि ये चुनाव आजाद या न्यूट्रल नहीं थे और हमें अफसोस है कि सभी दलों ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया.’’ उसने कहा, ‘‘बांग्लादेश सरकार को हिंसा की खबरों की विश्वसनीय जांच और दोषियों को जवाबदेह ठहराने के लिए उचित कदम उठाना चाहिए. हम सभी राजनीतिक दलों से हिंसा से दूर रहने का आग्रह करते हैं.’’


विपक्षी दलों पर हुई ज्यादती
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने बांग्लादेश की नवनिर्वाचित सरकार से लोकतंत्र और मानवाधिकारों के प्रति देश की प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया. इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर दुख जाहिर किया कि रविवार को मतदान प्रक्रिया के दौरान विपक्षी उम्मीदवारों और समर्थकों की तरफ से की गई हिंसा की वजह से माहौल खराब हो गया. टर्क ने कहा, ‘‘मतदान से पहले के महीनों में हजारों विपक्षी दलों के समर्थकों को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया है या धमकाया गया. ऐसी युक्तियां वास्तव में निष्पक्ष प्रक्रिया के लिए अनुकूल नहीं हैं.’’


नेता को चुनने के सभी विकल्प मौजूद नहीं
ब्रिटेन ने कहा बांग्लादेश में 12वें संसदीय चुनावों के दौरान निष्पक्षता के मानकों को पूरा नहीं किया गया. ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया. इसलिए बांग्लादेश के लोगों के पास अपने नेता को चुनने के लिए सभी विकल्प मौजूद नहीं थे.’’ 


भारत ने दी बधाई
इसके विपरीत सोमवार और मंगलवार को भारत, चीन, रूस और एशिया, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के कई अन्य देशों ने हसीना को चुनाव में जीत पर बधाई दी. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से अपने समकक्ष को फोन किया और सोमवार को उनकी ऐतिहासिक जीत पर मुबारकबाद दी और अपने पड़ोसी के साथ ‘‘स्थायी और जनता-केंद्रित साझेदारी’’ को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. 


चीन की मुबारकबाद
चीन ने मंगलवार को शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी को चुनाव जीतने पर बधाई दी और कहा कि ढाका के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी और ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल के तहत सहयोग को मजबूत करना चाहता है. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा,‘‘चीन बांग्लादेश को तय समय पर आम चुनाव कराने के लिए बधाई देता है और हम अवामी लीग को चुनाव जीतने पर बधाई देते हैं.’’ 


कई देशों ने दी बधाई
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने चुनाव में अवामी लीग की जीत को ‘‘प्रधानमंत्री शेख हसीना के सक्षम नेतृत्व प्रति बांग्लादेश के लोगों के विश्वास का प्रमाण’’ करार दिया और विश्वास व्यक्त किया कि ‘‘हसीना अपने अनुभव से बांग्लादेश के लोगों को लाभान्वित करती रहेंगी.’’ बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, जापान, थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, ब्रुनेई, मलेशिया, मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, इराक, ईरान, कतर और फलस्तीन के राजदूतों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें चुनाव में जीत की बधाई दी.